भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी की सूची जारी होने के बाद से ही पार्टी में घमासान मचा हुआ है. इंदौर में विरोध के बाद अब प्रदेश के सीनियर नेता अजय सिंह राहुल भैया ने कार्यकारिणी को लेकर खुलकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने पार्टी के सीनियर नेता का नाम न लेते हुए कहा "जिनकी वजह से मध्यप्रदेश में पार्टी की दुर्दशा हुई यदि उन्हीं के कहने पर कार्यकारिणी बनेगी तो पार्टी का भगवान ही मालिक है." उन्होंने कार्यकारिणी में बड़ी संख्या में विधायकों को शामिल किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा "विधायक संगठन में समय देगा या फिर अपनी विधानसभा क्षेत्र देखेगा."
नाम न लेकर दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे और पूर्व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने कहा "मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की खराब हालत को 20 साल हो गए, लेकिन इसकेलिए जिम्मेदार नेता के कहने पर ही निर्णय हो रहे हैं. यह पार्टी का दुर्भाग्य है." कार्यकारिणी को लेकर नेताओं की राय ली जानी चाहिए के सवाल पर उन्होंने कहा "जिन्होंने यह घोषित की, उनसे ही पूछना चाहिए कि इसमें सबकी राय है या नहीं." कार्यकारिणी में एक व्यक्ति एक पद की फार्मूले का पालन न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा "जिन्होंने कार्यकारिणी में नाम शामिल किए जाने को लेकर जो नाम दिए और जिन्होंने इन्हें शामिल किया उन्हें इस पर सोचना चाहिए."
विन्ध्य अंचल की हुई अनदेखी से नाराजगी
अजय सिंह ने कहा "कार्यसमिति में विन्ध्य क्षेत्र की अनदेखी की गई है. हमारे अंचल के साथ कांग्रेस की सोच है ही नहीं. विन्ध्य क्षेत्र में रीवा, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, कटनी जैसे करीब 9 जिले आते हैं. इनमें से दो-तीन नाम को छोड़ दें तो बाकी जिलों से कोई नहीं है." उन्होंने सवाल किया कि क्या इसी तरह से कांग्रेस मजबूत होगी. पार्टी छोड़कर बीजेपी में जा चुके नेताओं के समर्थकों को सूची में स्थान दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा "पार्टी में आजकल ऐसे ही लोगों का बोलबाला है. जल्द खुलकर भी नाम लूंगा."
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आलाकमान के सामने रखेंगे अपनी आपत्ति
अजय सिंह ने कहा "10 माह के इंतजार और मंथन के बाद भी कार्यकारिणी की सूची की यह स्थिति है तो कुछ कहना ही बेकार है. सवाल यह नहीं कि कार्यकारिणी में कितने लोग होना चाहिए. सबसे बड़ा सवाल यह है कि इनमें ऐसे लोग कितने हैं, जो संगठन को पूरा समय दे सकते हैं. विधायक अपनी विधानसभा क्षेत्र देखेगा या फिर संगठन को समय देगा." उन्होंने कहा "जल्द ही खुलकर बड़े नेता के नाम लूंगा. पार्टी आलाकमान के सामने भी अपनी बात रखूंगा."