भोपाल। दो दशक से बीजेपी के कब्जे में रही भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अरुण श्रीवास्तव ने वोट मांगने निकलने से पहले ईवीएम को लेकर चाक चौबंद इतजाम किए हैं. इसके लिए उन्होंने बाकायदा चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिख दी है. उम्मीदवार अरुण श्रीवास्तव ने पत्र लिखकर चुनाव आयोग से दरख्वास्त की है कि भोपाल लोकसभा सीट को खास निगरानी में रखा जाए. एक वोट के साथ एक नोट मांग कर चुनाव लड़ रहे अरुण पेशे से वकील हैं और दावे से ये कहते हैं कि इस चुनाव में इस वकील की पैरवी जनता कर रही है. ईटीवी भारत ने भोपाल के ग्रामीण हिस्से में प्रचार कर रहे कांग्रेस उम्मीदवार अरुण श्रीवास्तव से उनके मुद्दे प्रचार...बीच चुनाव में टूटती कांग्रेस समेत कई मुद्दों पर खास बातचीत की.
दो दशक से जहां कमल खिला, वहां हाथ को साथ कैसे मिलेगा
भोपाल लोकसभा सीट के शहरी इलाकों के बजाए ग्रामीण इलाकों पर फोकस कर रहे कांग्रेस उममीदवार अरुण श्रीवास्तव ये मानते हैं कि दो दशक से भोपाल सीट पर भले बीजेपी का कब्जा रहा हो, लेकिन 2024 का चुनाव अलग है. उनका कहना है कि ये चुनाव अलग परिस्थितियों में हो रहा है. देश के संविधान को जो बदलने की बात हो रही है. उसके विरोध में ये चुनाव है. बेरोजगारी के खिलाफ ये चुनाव है. ये चुनाव जो संवैधानिक मूल्य हैं उनको बचाने का चुनाव है.
वकील उम्मीदवार अपनी पैरवी में क्या कहेंगे
पेशे से वकील अरुण श्रीवास्तव से हमने पूछा कि भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए अपनी पैरवी में आप वोटर से क्या कह रहे हैं. अरुण ईटीवी भारत से जवाब में कहते हैं हम पैरवी नहीं कर रहे हैं. जनता हमारी पैरवी कर रही है. अरुण कहते हैं हमसे तो जनता ये बोल रही है कि जब खाते कांग्रेस के फ्रीज कर दिए गए हैं, तो जनता कह रही है कि अरुण भैय्या चिंता की बात नहीं. हमारे पॉकेट फ्रीज नहीं हुए हैं. एक वोट एक नोट जो अभियान चल रहा है वो हमें चुनाव लड़ा देगा.
कांग्रेस उम्मीदवार की दलील, बीजेपी ने कौन सा वादा पूरा किया
भोपाल लोकसभा सीट पर मुद्दे क्या हैं इस सवाल पर अरुण श्रीवास्तव किसानों की समस्या का मुद्दा उठाते हैं. कहते है 2700 रुपए एमएसपी पर गेंहू खरीदने की घोषणा हुई. 2400 रुपए भी नहीं मिल रहे. साढे़ चार सौ रुपए का सिलेंडर कहां हवा हुआ. महिलाओं के खाते में तीन हजार कब आएंगे. फिर इंडिया गठबंधन का मेनिफेस्टो सुनाते हैं बताते हैं हम आठ हजार रुपए हर महीने महिलाओं और नौजवानों को देंगे. हमने तीस लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है. अरुण श्रीवास्तव फिर भोपाल से जुड़े मुद्दे गिनाते हैं. भोपाल में जो बीएचईएल का कारखाना है, अगर इसका एक्सपेंशन किया गया होता हो आज भोपाल में कितने लोगों को रोजगार मिल सकता था. वे भोपाल को स्मार्ट सिटी बनाने का मुद्दा भी उठाते हैं और कहते हैं कि स्मार्ट सिटी के नाम पर केवल दो चौड़ी सड़कें बनी हैं. आईटी हब के दावे किए गए एक ईंट नहीं रखी गई. स्मार्ट सिटी के नाम पर भ्रष्टाचार के लिए कर्मचारियों के बसी बसाई बस्तियां जरुर तोड़ दी गईं.
पचौरी के जाने से मजबूत हुई है कांग्रेस
अरुण श्रीवास्तव से हमने पूछा कि जिस तरह से बीच चुनाव में सुरेश पचौरी बीजेपी में शामिल हो गए और अपने समर्थकों की खेप भी ले गए. ये उनके लिए भोपाल लोकसभा सीट पर कितना बड़ा झटका है. अरुण कहते हैं झटका नहीं है ये कहीं से बल्कि हमारी कांग्रेस पचौरी के जाने के बाद मजबूत हुई है. जिस व्यक्ति का दिल और दिमाग अलग-अलग काम करता है. वो पार्टी को क्या मजबूती देगा. सुरेश पचौरी भी एक कार्यकर्ता ही थे. उनसे कहीं ज्यादा मजबूत हमारे ये कार्यकर्ता हैं जिनके साथ मिलकर हम चुनाव लड़ रहे हैं.
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कांग्रेस उम्मीदवार की चुनाव आयोग को चिट्ठी
कांग्रेस उम्मीदवार अरुण श्रीवास्तव ने चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिखी है. उन्होंने ये कहा है कि भोपाल लोकसभा सीट में वोटिंग की व्यवस्थाओं को लेकर खास निगाह रखी जाए. भोपाल को अंडर ऑब्जर्वेशन रखा जाए. अरुण कहते हैं हमने इतने प्रिकॉशनरी एक्शन ले लिये हैं इतने सतर्क होकर काम कर रहे हैं हम कि कोई एक पैसे की भी बेईमानी नहीं कर पाएगा.