भोपाल। एमपी में 23 जनवरी को देशभर के राज्य खनन मंत्रियों का सम्मेलन होने जा रहा है. केंद्रीय खनन, कोयला और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी अध्यक्षता करेंगे. सम्मेलन के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव होंगे. आने वाले दशकों में खनिजों की वैश्विक मांग को पूरा करने में देश में खनिज की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.
87 भू-वैज्ञानिक सौंपेंगे रिपोर्ट
सम्मेलन के दौरान खनन क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन राज्यों को सम्मानित किया जाएगा. खनन आवासीय प्रणाली के एप्लीकेशन सर्विस प्रोवाइडर, माड्यूल और तारकीय स्टार्टिंग सिस्टम के लिए एक नया टेम्पलेट भी जारी किया जाएगा. सम्मेलन में 87 भू-वैज्ञानिक अपनी रिपोर्ट्स राज्य सरकारों को सौंपेंगे.इसके अलावा कोयला क्षेत्र की पांच रिसर्च रिपोर्ट्स भी कोयला मंत्रालय को सौंपी जाएंगी.
अन्वेषण लाइसेंस की नई व्यवस्था का अनावरण
महत्वपूर्ण और गहरे खनिजों की खोज को गति देने के लिए खनन मंत्रालय ने अधिसूचित निजी अन्वेषण एजेंसियों को अन्वेषण परियोजनाओं को सीधे मंजूरी देने के लिए एक नई योजना शुरू की है. इसके अलावा, मंत्रालय ने इन एनपीईए को उनके द्वारा खोजे गए खनिज ब्लॉकों की नीलामी के लिए बोली लगाने की भी अनुमति दी है. सम्मेलन के दौरान अन्वेषण लाइसेंस की नई व्यवस्था के नियमों का अनावरण किया जाएगा.
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स्थायी समाधानों पर होगा मंथन
सम्मेलन में अन्वेषण, पर्यावरणीय स्थिरता, खनिज प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी अपनाने और नीति सुधार सहित खनन के विभिन्न पहलुओं पर सहयोग के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा. सम्मेलन राज्यों द्वारा अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम प्रथाओं और विभिन्न राज्यों की सफलता की कहानियों को भी प्रदर्शित करेगा. जो सहकर्मी सीखने और अनुभव साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा. साझेदारी को बढ़ावा देने और खनन उद्योग में चुनौतियों का सामना करने के लिए स्थायी समाधानों की पहचान करने में सहायक होगा.