भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देशभर में करोड़ों रुपये की लागत से होने वाले विकास कार्यों का वर्चुअली शुभारंभ किया. भोपाल के एम्स में भी मरीजों के इलाज के लिए सुविधाओं का विस्तार किया गया है. इसके साथ ही मरीजों के परिजनों के लिए 500 कमरों का रैनबसेरा के निर्माण का भी भूमिपूजन किया गया है. रैनबसेरा शुरू होने से मरीजों के परिजनों को रात बिताने के लिए कहीं नहीं भटकना पड़ेगा. रैनबसेरे में बिस्तर के अलावा अन्य सुविधाएं भी होंगी.
दूरदराज से आने वाले मरीजों के परिजन नहीं होंगे परेशान
एम्स में भूमिपूजन के अवसर पर प्रोफेसर डॉ.अजय सिंह ने विभिन्न संस्थाओं और सेवा भारती जैसे गैरसरकारी संगठनों के साथ सहयोग से मरीजों और उनके रिश्तेदारों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के बारे में जानकारी दी. एम्स भोपाल में इलाज कराने के लिए दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले लोगों को रात रुकने के लिए सेवा भारती के सहयोग से रैनबसेरे का निर्माण किया जाएगा. 22 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में 500 कमरों का निर्माण होने से मरीजों के परिजनों को काफी सुविधा मिलेगी. उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस रैनबसेरे में एक सर्वधर्म प्रार्थना स्थल भी होगा.
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भूमिपूजन समारोह में स्वास्थ्य मंत्री वर्चुअली जुड़े
भूमिपूजन समारोह में भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडवीया, प्रो.एसपी सिंह बघेल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर वर्चुअल रूप से जुड़े. कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी हेमंत मुक्तिबोध, सेवा भारती से गोपाल कृष्ण गोदानी, सुरेंद्र, राज नारायण अग्निहोत्री, लक्ष्मेंद्र माहेश्वरी के अतिरिक्त एम्स भोपाल के अध्यक्ष डॉ. सुनील मलिक और एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह उपस्थित थे.