भोपाल : मध्यप्रदेश के कूनो पालपुर के बाद अब जल्द ही मध्यप्रदेश के गांधी सागर अभ्यारण्य में चीते दौड़ते दिखाई देंगे. गांधी सागर अभ्यारण्य में दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाने का रास्ता साफ हो गया है. दक्षिण अफ्रीका से जल्द ही 20 चीतों को लाया जाएगा. भारत सरकार के चीतों के लाने के प्रस्ताव को दक्षिण अफ्रीका ने मंजूरी दे दी है. इन नए मेहमानों के आने के बाद मध्यप्रदेश में चीतों की संख्या बढ़कर 44 हो जाएगी.
अफ्रीका से फिर 10 नर और 10 मादा चीते आएंगे
गांधी सागर अभ्यारण्य को चीतों के लिए तैयार किया जा रहा है. इसकी तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं. अब इस अभ्यारण्य में सिर्फ चीतों को लाए जाने का इंतजार है. वन विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल के मुताबिक "दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते मध्यप्रदेश लाने की स्वीकृति मिल गई है. अगले कुछ माह में चीतों को मध्यप्रदेश लाने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा. इन चीतों को कूनो पालपुर और गांधी सागर अभ्यारण्य में रखा जाएगा. दक्षिण अफ्रीका से 10 मादा चीता और 10 मादा चीता लाए लाएंगे."
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गांधी सागर अभ्यारण्य में तैयारी अंतिम चरण में
माना जा रहा है कि ये चीते मध्यप्रदेश में अगले 6 माह में आ सकते हैं. मध्यप्रदेश में लाए जाने के बाद इन चीतों को कूनो और गांधी सागर अभ्यारण्य में बड़े बाड़े में रखा जाएगा. यहां की आवोहवा के साथ संतुलन बैठाने के बाद चीतों को रेडियो कॉलर पहनाकर जंगल में छोड़ा जाएगा. वहीं, गांधी सागर अभ्यारण्य में चीतों के शिकार के लिए छोटे जानवरों को छोड़ा जा रहा है. कान्हा नेशनल पार्क से 18 नर और 10 मादा चीतल को पिछले दिनों ही गांधी सागर में छोड़ा गया है. गांधी सागर में 434 हिरण भी छोड़े जा चुके हैं, इसमें 120 नर और 314 मादा हिरण हैं. चीतों के नए आशियाने की व्यवस्थाओं का जायजा केन्या का प्रतिनिधिमंडल पहले ले चुका है.