भोपाल। राजधानी में गो हत्या का मामला सामने है. जिसमें अज्ञात आरोपियों ने खजूरी कला से लगे हुए जंगल में 6 गायों की हत्या की. इसके बाद मांस और हड्डी समेत अन्य अवशेष साथ लेकर चले गए. गाय मालिक जब मौके पर पहुंचा, तो उसे आसपास के पेड़ों और जमीन पर बिखरा हुआ खून दिखाई दिया. पास में ही गायों को चीरने के बाद उनके पेट से निकला हरा चारा और गोबर भी पड़ा हुआ था. इस मामले में बिलखिरिया थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जंगल के बीच में घटना को दिया अंजाम
बता दें कि खजूरी कला से बासिया गांव को जाने वाले रोड में घना जंगल है. यहीं पर गाय चर रही थी. इलाका सुनसान होने की वजह से यहां कोई आता-जाता नहीं है. इसलिए आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के लिए जंगल को चुना. यहां पर गायों की हत्या के बाद उसके शरीर के अन्य भागों को लेकर चले गए. जबकि खून और पेट से निकला हरा चारा अलग-अलग 6 स्थानों पर पड़ा हुआ था. जिससे गायों के हत्या की पुष्टि हुई.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
ये सभी गायें बावड़िया पठार में रहने वाले राजू गुर्जर की बताई जा रही हैं. राजू गुर्जर ने बताया कि मंगलवार को वह अपनी 6 गायों को जंगल में घास चरने के लिए छोड़ गया था. जब शाम तक गायें घर वापस नहीं लौटीं, तो वह चिंतित हो गया. वहीं बुधवार सुबह से ही राजू अपने परिजनों के साथ गायों को ढूंढना शुरू किया, लेकिन फिर भी गायें नहीं मिली. आखिरी में गुरुवार को वह अमझरा-बासिया से लगे हुए जंगल में गायों को ढूंढता हुआ पहुंचा, तो वहां जमीन और पेड़ के पत्तों व टहनियों पर खून के छीटें दिखाई दिए. आगे गया तो वहां गायों के पेट से निकला हरा चारा पड़ा हुआ था. वहीं गाय के गले में उसके द्वारा बांधी गई रस्सी भी घटनास्थल पर पड़ी मिली. जिससे उसे अंदाजा हो गया, कि यहां उसके गायों की हत्या की गई है. इसके बाद उसने थाना पुलिस को इसकी सूचना दी.
आरोपियों की संख्या हो सकती है अधिक
इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस उस मार्ग पर लगे सीसीटवी कैमरों को चेक कर रही है. आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि इतनी संख्या में गाय को कोई अकेले मारकर उनके सभी अवशेष नहीं ले जा सकता है. ऐसे में आरोपियों की संख्या अधिक हो सकती है. वहीं इस काम के लिए लोडिंग वाहन का भी इस्तेमाल किया गया होगा. जिससे गाय के मांस, हड़ी, चमड़ी और अन्य अवशेष को घटनास्थल से जाया जा सके.