डीग : मेवात क्षेत्र ऑनलाइन ठगी या साइबर ठगी के लिए बदनाम है. इस क्षेत्र को मिनी जामताड़ा भी कहा जाने लगा है. पिछले दिनों कई ठगी की वारदातों के खुलासों में मेवात क्षेत्र खासकर डीग जिले का नाम आया है. जिसमें यहां के साइबर ठगों ने लोगों को करोड़ों का चूना लगाया है. इसी के चलते भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश शर्मा और डीग जिला पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा की ओर से एंटीवायरस अभियान चलाया गया है. जिसके बाद ऑनलाइन ठगी करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस की कार्रवाई से ठगी की वारदातों पर अंकुश भी लगा है.
एडिशनल एसपी गुमना राम ने बताया कि ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत पुलिस डीग के भीलमका गांव पहुंची और लोगों से ठगी की वारदातें रोकने के लिए समझाया गया. इसके बाद गांव वालों ने पंचायत की और निर्णय लिया कि अगर गांव का कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन ठगी करता पाया गया तो उस पर 1 लाख 11 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा और गांव वाले खुद उसे पुलिस को सौंपेंगे.
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बताने वाले को 51 हजार का इनाम : इसी के साथ पंचायत ने ये भी फैसला लिया कि अगर कई भी व्यक्ति ये सूचना देगा कि गांव का कोई व्यक्ति ऑनलाइन ठगी कर रहा है, तो उसको 51,000 का इनाम दिया जाएगा. भीलमका निवासी शहजाद और उसके साथ करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग एडिशनल एसपी कार्यालय पहुंचे और एएसपी को ज्ञापन सौंपा. वहीं, एएसपी गुमनाराम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जो व्यक्ति ऑनलाइन ठगी में लिप्त होगा उसी पर कार्रवाई की जाएगी. अन्य किसी को परेशान नहीं किया जाएगा. ग्रामीणों ने पुलिस को आश्वासन दिया कि गांव भीलमका में कोई व्यक्ति ऑनलाइन ठगी करता है, तो उसकी सूचना खुद ग्रामीण पुलिस को देंगे और उसको गिरफ्तार कराएंगे.