भरतपुर. 'भरतपुर पुलिस आपके साथ, आपका मोबाइल आपके हाथ' अभियान के तहत पुलिस ने एक साल में जिले में लोगों के चोरी और गुम हुए 287 मोबाइल बरामद किए हैं, जिनकी बाजार कीमत करीब 60 लाख रुपए है. शुक्रवार को भरतपुर पुलिस अधीक्षक ने बरामद मोबाइलों को उनके असली मालिकों को लौटाया. भरतपुर पुलिस की साइबर सेल टीम ने यह सफलता भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के सी-डॉट (c-dot) के साथ मिलकर हासिल की है.
जिला पुलिस मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले में विभिन्न स्थानों से खोए व छीने हुए मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए विशेष अभियान 'भरतपुर पुलिस आपके साथ, आपका मोबाइल आपके हाथ' के तहत अभियान चलाया गया. अभियान के तहत जिला स्तर पर स्थापित साइबर सेल द्वारा पिछले एक साल में विभिन्न घटनाओं में गुम हुए, चोरी हुए, छीने गए 287 मोबाइलों को बरामद किया गया है. इस अभियान में विभिन्न स्थानों, जानकारी जुटाकर विभिन्न लोगों से मोबाइल बरामद किए गए है. बरामद मोबाइलों की बाजार में अनुमानित कीमत करीब 60 लाख रुपए है.
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एसपी कच्छावा ने बताया कि दूरसंचार विभाग की सी-डॉट के सेंट्रल इक्यूपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर) पोर्टल पर जिले से एक साल में कुल 696 शिकायतें हुई थीं. जिन पर दूरसंचार विभाग के साथ मिलकर साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए जिसके तहत 287 मोबाइल बरामद किए गए. इनमें से 168 मोबाइल फोन पूर्व में पीड़ित व्यक्तियों को दिए जा चुके हैं. जबकि शुक्रवार को बाकी 119 मोबाइल फोन पीडित व्यक्तियों को एसपी कार्यालय बुलाकर सौंपे. चोरी हुआ मोबाइल पाकर पीड़ित व्यक्ति खुश नज़र आए.
क्या है सीईआईआर पोर्टल : यदि किसी भी व्यक्ति का मोबाइल गुम हो जाता है या चोरी हो जाता है, छीन लिया जाता है तो पीड़ित व्यक्ति सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर पोर्टल पर जाकर अपने मोबाइल को ब्लॉक कर सकता है. पुलिस द्वारा मोबाइल को बरामद कर लिया जाता है, तो पीड़ित व्यक्ति के पास एक मैसेज जाता है. पीडित व्यक्ति अपने स्थानीय थाने या साइबर थाने से उस ले सकता है. एसपी कच्छावा ने बताया कि जिले के मोबाइल चोर और चोरी का मोबाइल खरीदने वाले दुकानदार हमारे राडार पर हैं. जल्द अभियान के तहत ऐसे चोर और दुकानदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.