भरतपुर: विश्व प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में से एक बार फिर वन विभाग की टीम ने तीन शिकारियों को दबोचा है. यह शिकारी उद्यान में रात के अंधेरे में वन्यजीवों का शिकार करने के लिए घुसे थे. शिकारियों ने उद्यान के अंदर एक जंगली सुअर पर फायर भी किया, लेकिन निशाना नहीं लगा. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने घेरा देकर तीन शिकारियों को पकड़ लिया. शिकारियों के कब्जे से अवैध हथियार और दो बाइक बरामद की है. न्यायालय ने शिकारियों को जेल भेज दिया.
उद्यान के रेंजर प्रमेंद्र सिंह ने बताया कि 8 अक्टूबर की रात को तीन शिकारी अघापुर की तरफ से उद्यान में घुसे. इन शिकारियों ने घना के रामनगर क्षेत्र में एक जंगली सुअर पर फायर किया. सूचना मिलते ही उद्यान की टीम ने मौके पर पहुंच कर तीन शिकारियों को पकड़ लिया. गनीमत रही कि शिकारियों की गोली से कोई वन्यजीव हताहत नहीं हुआ. शिकारियों के कब्जे से एक टोपीदार बंदूक, बारूद, छर्रा, चाकू आदि बरामद किए हैं, साथ ही दो बाइक भी जब्त की है.
पकड़े गए शिकारियों में आजाद नगर निवासी शिकारी बिजेंद्र, सतीश और नसवारिया निवासी सुखवीर शामिल हैं. इनमें से एक आरोपी पहले भी दो बार घना में शिकार के लिए आ चुका है. तीनों शिकारी को उद्यान प्रशासन में न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें केंद्रीय कारागृह सेवर भेज दिया गया.
गौरतलब है कि पहले भी केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान और भरतपुर जिले के वन क्षेत्र में कई बार शिकार करते हुए शिकारी पकड़े जा चुके हैं. मार्च 2019 से अगस्त 2020 के दौरान घना से 20 शिकारी पकड़े जा चुके हैं. जिले के वन क्षेत्र से दिसंबर 2020 में दो मोनिटर लिजार्ड, दो मृत जैकोल, तीन मृत बिल्लियों के साथ दो शिकारियों को भी पकड़ा.