फर्रुखाबाद : जिले में स्थित एशिया की सबसे बड़ी सातनपुर मंडी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे. उनके स्वागत के लिए बड़ी तादाद में किसान मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने किसानों को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि पूंजीवाद हावी होता जा रहा है. पूंजीवाद से किसान व मजदूर दोनों परेशान हैं. एमएसपी कानून पर सरकार गंभीर नहीं है. कागजों में तो गौशालाएं बहुत हैं, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं है. वहीं पुलिस प्रशासन पर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं और अगर सरकार नहीं मानेगी तो बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ेगा.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर नहीं है. एमएसपी कानून को लेकर किसानों की बड़ी मांग है. आवारा पशु फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. रात में किसान जागकर फसलों की रखवाली कर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कागजों में गौशालाएं बनवा दी हैं, लेकिन धरातल पर कुछ और ही हकीकत है. किसानों को डीएपी यूरिया जैसी खादों की किल्लत से जूझना पड़ा है. उन्होंने सरकार को अड़े हाथों लिया और कहा कि सरकार ने इस ओर कोई भी अमल नहीं किया.
उन्होंने कहा कि एमएसपी न लागू होने से जमीनों के सर्किट रेट नहीं बढ़े हैं. आवारा पशुओं की समस्या पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. बिजली के निजीकरण होने से किसान व कर्मचारी दोनों ही परेशान हैं. इसका हम लोग विरोध भी करते हैं. मंडी में आलू की तौल को लेकर उन्होंने जिम्मेदारों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यह किसानों के लिए बड़ी समस्या है. यहां तटबंध नहीं है. इससे गंगा में जमीन कटती जा रही है. इन सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया तो संगठन आंदोलन करेगा.