जयपुर: भांकरोटा थाना इलाके में अजमेर रोड पर हुए अग्निकांड मामले में तकनीकी पहलुओं की जांच के लिए शुक्रवार को कमेटी सदस्यों ने मौका निरीक्षण किया. मामले को लेकर कमेटी सदस्य की ओर से प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी लिए गए. कमेटी सदस्यों ने यूटर्न पर रोड की चौड़ाई को बढ़ाने, मौके पर हाई मास्क लाइट लगाने और 24 घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती समेत कई सुझाव दिए. जांच कमेटी में आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत, एडीएम आशीष कुमार, एडिशनल एसपी आलोक सिंघल, सीएमएचओ हंसराज भदालिया, एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य और पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता शामिल रहे.
20 दिसंबर को भांकरोटा थाना इलाके में अजमेर रोड पर गैस टैंकर ब्लास्ट होने से भीषण हादसा हो गया था. हादसे में करीब 45 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. मामले की जांच के लिए जयपुर जिला कलेक्टर की ओर से 6 सदस्यों की कमेटी गठित की गई थी. जयपुर कलेक्टर की ओर से बनाई गई 6 सदस्यों की कमेटी शुक्रवार को घटनास्थल पर मौका निरीक्षण करने पहुंची. कमेटी ने घटनास्थल वाले पॉइंट से लेकर दक्षिणी रिंग रोड और बगरू टोल प्लाजा तक मौका निरीक्षण किया. कमेटी सदस्यों ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए.
तकनीकी एक्सपर्ट से बातचीत करने के बाद यू टर्न वाली जगह पर रोड की चौड़ाई बढ़ाने का सुझाव दिया गया. वर्तमान में यू टर्न के पास 8 लेन की सड़क बनी हुई है. इसमें 6 लेन का मुख्य हाइवे है. दोनों तरफ एक-एक लेन का 50 से 70 मीटर तक का टुकड़ा अलग है. कमेटी सदस्य ने घटनास्थल पर यू टर्न लेते हुए वाहनों को देखा. यू टर्न पर हाई मास्क लाइट लगाने और 24 घंटे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को तैनात करने के निर्देश भी दिए गए. क्लोवर लीफ का काम पूरा होने तक इस पॉइंट पर दुर्घटनाओं को कैसे रोका जाए, इस पर चर्चा की गई. यू टर्न वाले हिस्से में सड़क की चौड़ाई को बढ़ाने के लिए कहा गया.
जांच कमेटी ने हाइवे पर मेडिकल एंबुलेंस की व्यवस्था करने के साथ ही टैंकरों पर कलर कोड करने की बात कही, ताकि रात के समय कलर दिखाई दे सके. कमेटी सदस्यों ने कहा कि ज्वलनशील पदार्थ वाले टैंकरों के नोजल बॉक्स को मजबूत किया जाए. यू टर्न वाले पॉइंट पर हाई मास्क लाइट लगाने के लिए कहा गया, ताकि दूर से ही वाहन चालक को दिखाई दे सके.