रामनगर: नगर निकाय चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में कई नेता बागी हो गए हैं. बागियों के चुनावी मैदान में उतरने के ऐलान पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं. नैनीताल जिले के रामनगर में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रहे भगीरथ लाल चौधरी ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय नामांकन भरा. जिसके बाद सियासत तेज हो गई है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि रामनगर का सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ मैं मैदान में उतरा हूं.
रामनगर में जब से भाजपा ने अपने प्रत्याशी नगर मंडल अध्यक्ष मदन जोशी को बनाया है, तब से रामनगर भाजपा में बगावत शुरू हो गई है. भाजपा का दामन छोड़कर प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद रहे हैं. वहीं प्रत्याशियों को हाईकमान द्वारा मनाने का कार्य भी चल रहा है. गौर हो कि निकाय चुनाव में बीजेपी से बगावत कर पूर्व पालिलाध्यक्ष भगीरथ लाल चौधरी ने आज अपना नामांकन भरा. इस दौरान भगीरथ लाल ने कहा कि यह शहर प्यार और सौहार्द का प्रतीक रहा है.
कुछ समय से ना यहां का सौहार्द भाव को चोट पहुंचाई जा रही है. इसलिए वह चुनाव मैदान मे उतर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह शहर आपसी भाईचारे के लिए जाना जाता है और रामनगर के लोग सांप्रदायिक माहौल खराब करने वालों के खिलाफ एकजुट होकर उन्हें वोट देने वाले हैं. भाजपा से बगावत करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा निष्कासित करती उससे पहले वो खुद ही पार्टी को छोड़ देंगे.
बता दें कि उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है. जिन नेताओं को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, वो निर्दलीय मैदान में उतरकर पार्टी की परेशानियों को बढ़ाते दिखाई दे रही है. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता बगावती तेवर अपना रहे उम्मीदवारों को मनाने में जुटे हैं.
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