बैतूल। मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कई जिलों से राष्ट्रीय पक्षी मोर के मारे जाने की खबरें सामने आ रही है. अलीराजपुर और मुरैना के बाद अब बैतूल जिले से राष्ट्रीय पक्षी मोर के मारे जाने की जानकारी मिली है. बताया जा रहा है कि जिले के घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर रविवार को पटरी पर राष्ट्रीय पक्षी मोर का शव मिला. रेलवे के कर्मचारियों द्वारा मामले की सूचना घोड़ाडोंगरी वन विभाग को दी गई है. जिस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी.
बैतूल रेलवे स्टेशन में मृत मिला मोर
वन विभाग की टीम से मिली जानकारी के अनुसार 'घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर पटरी पर राष्ट्रीय पक्षी मोर का शव मिला है. दानापुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस जैसे ही घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर रुकने के बाद रवाना हुई. रेलकर्मियों ने रेल पटरी पर एक मोर का शव पड़ा देखा. संभावना जताई जा रही है कि दानापुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस में केसला के आसपास यह मोर ट्रेन की चपेट में आने के बाद ट्रेन में फंसकर घोड़ाडोंगरी तक आ गया है, क्योंकि दानापुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस इटारसी के बाद सीधे घोड़ाडोंगरी रुकती है.' वहीं वन विभाग द्वारा घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई करने के बाद मोर को पोस्टमार्टम के लिए ले गई.
बैतूल वन विभाग की टीम कर रही जांच
मामाले को लेकर बैतूल सारणी वन विभाग के एसडीओ अजय बहाने ने बताया कि 'घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर रेल पटरी पर राष्ट्रीय पक्षी मोर मृत अवस्था में मिला है. मोर के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. साथ ही पूरे मामले में वन विभाग की टीम जांच कर रही है.' बता दें इससे पहले 5 फरवरी को एमपी के अलीराजपुर जिले के जोबट वन परिक्षेत्र के खट्टाली गांव के पास धुधलवाट के पास 21 मोर मृत पाए गए थे. यहां करीब 24 परिंदे मृत मिले थे. जिसमें 21 तो राष्ट्रीय पक्षी मोर की संख्या थी. घटना के बाद मोरों का पोस्टमार्टम करने के बाद जांच के लिए नमूने सागर स्थित फॉरेंसिंक लैब में भेजे गए थे.
इससे पहले भी मृत अवस्था में मिले कई मोर
वहीं इसके बाद 5 मार्च को मुरैना जिले के सिकरोड़ी गांव के जंगल में सरसों के एक खेत में 12 से ज्यादा मोर मृत अवस्था में पाए गए थे. जबकि तीन बीमार मोरों का इलाज पशु अस्पताल में किया जा रहा था. यहां भी डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के बाद मोरों के सैंपल को जांच के लिए भेज दिए थे.