बैतूल: प्रदेश के स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह रविवार को बैतूल पहुंचे. वे जेएच कॉलेज में आयोजित 'शिक्षा रत्न सम्मान' और 'सेवा शिखर सम्मान' कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अतिथि शिक्षकों के सवाल पर कहा, " अतिथि शिक्षक हमारे बच्चे जैसे हैं. यदि वे नाराज हैं तो ये दुख का विषय हैं. बहुत जल्द ही हम उनसे मिलेंगे.'' इसके साथ ही उन्होंने अधिक से अधिक सरकारी स्कूलों में कक्षा नर्सरी की शुरुआत करने की बात कहीं.
4500 शासकीय स्कूल में नर्सरी की पढ़ाई शुरू
बैतूल जिले के 250 स्कूलों में कक्षा पहली में एक भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिया है. इसे लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा, '' सरकार ने इस ओर विशेष ध्यान दिया है. अब प्रदेश में नर्सरी की कक्षाएं भी स्कूल में प्रारंभ की जा रही हैं. इस वर्ष ही 4500 शासकीय स्कूल में नर्सरी की पढ़ाई शुरू की गई है. धीरे-धीरे सभी स्कूलों में नर्सरी की कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी." वहीं, अतिथि शिक्षकों के आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि " ये सरकार के जेहन में है. विधि सम्मत और सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश का पालन करते हुए एक बेहतर रास्ता निकालने का प्रयास किया जाएगा.''
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जेएच कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल
स्कूल शिक्षा विभाग एवं प्रत्याशा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को जेएच कॉलेज के ऑडिटोरियम में 'शिक्षा रत्न सम्मान' और 'सेवा शिखर सम्मान' कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके और प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा एवं परिवहन विभाग के मंत्री उदय प्रताप सिंह ने शिक्षकों का सम्मान किया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को शिक्षा रत्न सम्मान व राष्ट्र हित में उत्कृष्ट कार्य करने वाली समाजसेवी संस्थाओं को सेवा शिखर सम्मान से सम्मानित किया. इस दौरान देश की रक्षा में अपना अहम योगदान देने वाले पूर्व सैनिकों को भी शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया.