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धरती के भगवान की मक्कारी, मरीजों पर पड़ न जाए भारी, सुरक्षा कर्मी कर रहे इलाज - BETUL Guards Treating Patients - BETUL GUARDS TREATING PATIENTS

बैतूल के सरकारी अस्पतालों में इलाज के नाम पर जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है. अस्पतालों में डॉक्टर और स्टाफ नर्स होने के बावजूद सिक्योरिटी गार्ड व सहायक मरीजों का इलाज कर रहे हैं. जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है. भैंसदेही के सीएचसी में सुरक्षा कर्मी कर रहा मरीजों का इलाज, नेत्र सहायक MBBS डॉक्टर बन कर ग्रामीणों की देख रहे आंखें

BETUL GOVT HOSPITAL GUARD TREAT
धरती के भगवान की मक्कारी, मरीजों पर पड़ न जाए भारी, सुरक्षा कर्मी कर रहे इलाज
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 23, 2024, 7:54 PM IST

भैंसदेही के सीएचसी में सुरक्षा कर्मी कर रहा मरीजों का इलाज

बैतूल। एमपी में सरकारी अस्पतालों के हालत बद से बदतर हैं. आलम ये है कि करोड़ों की लागत वाले आलीशान अस्पतालों में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ होने के बावजूद कहीं सुरक्षा गार्ड गर्भवती महिलाओं का इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, तो कहीं नेत्र सहायक गांव-गांव घूमकर MBBS डॉक्टर की तरह मरीजों का बेधड़क इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ करने में लगे हुए है. बैतूल जिले से सामने आई दो तस्वीरों को देखने के बाद आप आसानी से समझ जाएंगे की सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिम्मेदार अधिकारी कितने गंभीर हैं. मामला सामने आने के बाद जिम्मेदार जांच करवाकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

इलाज के नाम पर जान से खिलवाड़

पहला हैरान कर देने वाला मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही का है. जहां अस्पताल में प्राइवेट कंपनी का सिक्योरिटी गार्ड बाला खंडाईत अस्पताल में इलाज करवाने आई गर्भवती महिलाओं का शुगर, बीपी चेक कर रहा है. अस्पताल में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ पदस्थ होने के बावजूद सिक्योरिटी गार्ड गर्भवती महिलाओं के इलाज जैसे गंभीर मामलों में इलाज कर रहे हैं. बिना किसी प्रशिक्षण के यह सुरक्षा गार्ड गर्भवती महिलाओं का चेकअप कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है. सुरक्षा गार्ड का गर्भवती महिलाओं का चेकअप करते वीडियो भी सामने आया है.

झोलाछाप डॉक्टर के पास हर मर्ज की दवा

दूसरा मामला झल्लार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सामने आया है. इस अस्पताल में नेत्र सहायक के पद पर पदस्थ मुकेश यादव बिना किसी डिग्री के गांव-गांव में घूमकर ग्रामीण मरीजों से मोटी रकम लेकर सरकारी दवाएं मरीजों को दे रहे हैं. नेत्र सहायक किसी MBBS डॉक्टर की तरह बेखौफ होकर ग्रामीणों का इलाज करता है. हर मर्ज की दवा अपने बैग में लेकर झोलाझाप डॉक्टर ग्रामीणों से पैसे लेकर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है. नेत्र सहायक का ग्रामीणों का इलाज़ करते और पैसे लेकर सरकारी दवाएं देने का वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाया है.

यहां पढ़ें...

ये तो लापरवाही की हद है ! पन्ना जिला अस्पताल में महिला को टांके लगाने के दौरान कपड़ा पेट में छोड़ा

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मरीजों ने दोषियों पर की कार्रवाई की मांग

इन दोनों मामलों के सामने आने के बाद सरकारी अस्पतालों की मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े हो रहे है. जिस प्रकार गर्भवती महिलाओं और ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा है. साथ ही सरकारी दवाएं देकर पैसे वसूले जा रहे है. इन मामलों में मरीजों ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. बैतूल के सीएमएचओ डॉ. रविकांत उईक से जब इन मामलों को लेकर चर्चा की गई, तो 'उन्होंने इसकी जानकारी न होने की बात कही. इसके बाद उन्होंने टीम बनाकर दोनों मामलों की जांच कराने और उचित कार्रवाई करने की बात कही है.'

भैंसदेही के सीएचसी में सुरक्षा कर्मी कर रहा मरीजों का इलाज

बैतूल। एमपी में सरकारी अस्पतालों के हालत बद से बदतर हैं. आलम ये है कि करोड़ों की लागत वाले आलीशान अस्पतालों में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ होने के बावजूद कहीं सुरक्षा गार्ड गर्भवती महिलाओं का इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, तो कहीं नेत्र सहायक गांव-गांव घूमकर MBBS डॉक्टर की तरह मरीजों का बेधड़क इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ करने में लगे हुए है. बैतूल जिले से सामने आई दो तस्वीरों को देखने के बाद आप आसानी से समझ जाएंगे की सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिम्मेदार अधिकारी कितने गंभीर हैं. मामला सामने आने के बाद जिम्मेदार जांच करवाकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

इलाज के नाम पर जान से खिलवाड़

पहला हैरान कर देने वाला मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही का है. जहां अस्पताल में प्राइवेट कंपनी का सिक्योरिटी गार्ड बाला खंडाईत अस्पताल में इलाज करवाने आई गर्भवती महिलाओं का शुगर, बीपी चेक कर रहा है. अस्पताल में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ पदस्थ होने के बावजूद सिक्योरिटी गार्ड गर्भवती महिलाओं के इलाज जैसे गंभीर मामलों में इलाज कर रहे हैं. बिना किसी प्रशिक्षण के यह सुरक्षा गार्ड गर्भवती महिलाओं का चेकअप कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है. सुरक्षा गार्ड का गर्भवती महिलाओं का चेकअप करते वीडियो भी सामने आया है.

झोलाछाप डॉक्टर के पास हर मर्ज की दवा

दूसरा मामला झल्लार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सामने आया है. इस अस्पताल में नेत्र सहायक के पद पर पदस्थ मुकेश यादव बिना किसी डिग्री के गांव-गांव में घूमकर ग्रामीण मरीजों से मोटी रकम लेकर सरकारी दवाएं मरीजों को दे रहे हैं. नेत्र सहायक किसी MBBS डॉक्टर की तरह बेखौफ होकर ग्रामीणों का इलाज करता है. हर मर्ज की दवा अपने बैग में लेकर झोलाझाप डॉक्टर ग्रामीणों से पैसे लेकर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है. नेत्र सहायक का ग्रामीणों का इलाज़ करते और पैसे लेकर सरकारी दवाएं देने का वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाया है.

यहां पढ़ें...

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गजब हो गया! मैहर सिविल अस्पताल के बेड पर कुत्ते फरमा रहे आराम, स्ट्रेचर पर स्वास्थ्य सुविधाएं

मरीजों ने दोषियों पर की कार्रवाई की मांग

इन दोनों मामलों के सामने आने के बाद सरकारी अस्पतालों की मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े हो रहे है. जिस प्रकार गर्भवती महिलाओं और ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा है. साथ ही सरकारी दवाएं देकर पैसे वसूले जा रहे है. इन मामलों में मरीजों ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. बैतूल के सीएमएचओ डॉ. रविकांत उईक से जब इन मामलों को लेकर चर्चा की गई, तो 'उन्होंने इसकी जानकारी न होने की बात कही. इसके बाद उन्होंने टीम बनाकर दोनों मामलों की जांच कराने और उचित कार्रवाई करने की बात कही है.'

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