आमला (बैतूल): बैतूल जिले के आमला रेलवे स्टेशन पर उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया और लोगों की सांसें थम गईं जब सेना के जवान का पैर फिसला और वह प्लेटफॉर्म व ट्रेन के बीच फंस गया. ये ट्रेन गोंडवाना एक्सप्रेस थी. बताया जाता है कि चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे एक आर्मीमैन का पैर फिसला और वह प्लेटफार्म पर ट्रेन के साथ घिसटने लगा. इस दौरान आर्मीमैन एक हाथ से गेट का हैंडल पकड़े हुए था.
आरपीएफ जवान ने बचाया सेना के जवान को
जैसे ही ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ आरक्षक योगेश कौशिक की नजर उस पर पड़ी तो वह दौड़े. आरपीएफ जवान ने यात्री का एक हाथ पकड़ लिया. साथ ही चिल्लाकर ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों से चेन पुलिंग करने के लिए आवाज लगाई. एक यात्री ने चेन रोकी तो ट्रक रुक गई. आरपीएफ के अनुसार बिलासपुर जाने वाली ट्रेन नं 12410 गोंडवाना एक्सप्रेस आमला रेलवे स्टेशन से रवाना हो रही थी. प्लेटफार्म पर आरक्षक भैयालाल यादव यात्रियों को चलती ट्रेन में चढ़ने और उतरने का प्रयास न करने के लिए जागरूक कर रहे थे.
चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में गिरा सेना का जवान
इसी दौरान झांसी में तैनात आर्मीमैन छत्तीसगढ़ निवासी योगेश कौशिक कोच नं. बी 03 में चढने का प्रयास कर रहे थे कि अचानक पैर फिसलने के कारण वह प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच में आकर घिसटने लगे. आरक्षक भैयालाल यादव ने तत्परता दिखाते हुऐ इस यात्री का हाथ पकड़कर बाहर खींचने का प्रयास किया. वहीं ये यात्री एक हाथ से गेट का हैंडल पकड़े रहा. करीब 150 मीटर तक यात्री घिसटता रहा. ट्रेन भी रफ्तार पकड़ने लगी. इसी बीच उपनिरीक्षक शिवराम सिंह एवं वीरेश उपाध्याय भी सहायता के लिए मौके पर पहुंच गए.
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यात्रियों ने चेन पुलिंग कर रोकी ट्रेन
ट्रेन के अंदर बैठे यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी और आर्मी मैन को सकुशल बचा लिया गया. उपनिरीक्षक शिवराम सिंह ने बताया कि आर्मीमैन को ज्यादा चोट नहीं आई. उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन उन्होंने जरूरी कार्य से गांव जल्दी पहुंचने का कारण बताया, जिसके बाद उन्हें उसी ट्रेन से रवाना कर दिया गया. आर्मीमैन योगेश छुट्टी लेकर अपने गांव कुर्मीपारा छत्तीसगढ़ जा रहे थे.