अंबाला: हरियाणा में राज्य सरकार व केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है. जिसका सीधा लाभ भी किसानों को मिल रहा है. वहीं, कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा भी लोगों को समय पर जागरूक किया जाता है कि किस फसल को कब लगाना है और ऑर्गेनिक खेती करने के क्या फायदे हैं. इसके लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है.
किसानों को मिल रहा योजनाओं का फायदा: ऐसे किसानों को सरकार की तरफ से विकासशील किसान के अवॉर्ड भी दिए जाते हैं. सरकार की इन्हीं योजनाओं का लाभ उठाकर अंबाला में धन्बड़ गांव के रहने वाले किसान जयवीर राणा खेती कर रहे हैं. कृषि विज्ञान केंद्र से ट्रेनिंग लेकर ऑर्गेनिक खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. इतना ही नहीं अब किसान केंचुआ की खाद डालकर खेती में खेती कर रहे हैं. इस किसान को सरकार की तरफ से विकसित किसान का अवॉर्ड भी बीते साल दिया गया है.
ऑर्गेनिक खेती कर कमा रहे मुनाफा: जयवीर राणा अब धान की फसल में भी केंचुआ खाद डालकर और गन्ने की फसल में केंचुआ खाद डालकर खेती कर रहे हैं. पिछले साल ही उनको सरकार की तरफ से विकासशील किसान का अवॉर्ड भी दिया गया है. इसके साथ ही सरकार उन किसानों को प्रोत्साहित राशि भी प्रति एकड़ 6 रुपये देती है, जो पारंपरिक खेती छोड़कर ऑर्गेनिक खेती करते हैं. इसे पानी की बचत भी होती है. साथ ही ऐसे लोगों का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है.
हरी मिर्च से भी मिल रहा फायदा: इस किसान ने अपने डेड एकड़ में ऑर्गेनिक तरीके से मिर्च भी लगाई है. उनका कहना है कि इस मिर्च का दूसरी मिर्च से रेट भी ज्यादा मिलता है. वहीं, इसको बेचने में भी कोई मुश्किल नहीं होती है. जिससे व्यापारी से मिर्च की पनीरी लेकर आते हैं, वो ही सारी मिर्च खरीद लेता है. जिसके बाद दिल्ली की मंडी में बेचता है. इस किसान ने अब अपने खेत में जिमीकंद भी लगाना शुरू कर दिया है. जिसका आने वाले समय में काफी अच्छा रिजल्ट भी देखने को मिलेगा.
ऑर्गेनिक खेती के लिए सरकार दे रही प्रोत्साहन राशि: उन्होंने दूसरे किसानों को भी संदेश देते हुए कहा है कि वह अपनी पारंपरिक खेती छोड़कर ऑर्गेनिक खेती करे. वहीं, उन्होंने इसके लिए भारत सरकार को कृषि विज्ञान केंद्र का भी धन्यवाद किया. जिनकी वजह से आज वो ऑर्गेनिक खेती कर अच्छा मुनाफा भी कमा रहा है. वहीं, उनका कहना है कि अगर कोई किसान पारंपरिक खेती छोड़कर ऑर्गेनिक खेती करता है, तो सरकार की तरफ से मेरा पानी मेरी विरासत के तहत 6000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. उन्होंने किसानों को जागरूक करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए भारत सरकार का दिल से धन्यवाद किया.
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