मेरठ : गर्मी के सीजन आते ही फलों के राजा आम का जिक्र शुरू हो जाता है. गर्मी के तमाम फलों के बीच आम का अपना अलग रुतबा है, लेकिन आम स्वाद के साथ साथ सेहत के लिए भी खास महत्व रखता है. विशेषज्ञों का दावा है कि आम शुगर कंट्रोल से लेकर इम्युनिटी बढ़ाने के साथ इसके पत्तियां, छाल जड़ें भी उपयोगी हैं. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के वनस्पति विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ डाॅ. विजय मलिक का कुछ ऐसा ही दावा है. देखें विस्तृत खबर...
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के वनस्पति विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ व वनस्पति विज्ञान विभाग के HOD प्रोफेसर डाॅ. विजय मलिक बताते हैं कि आम का वानस्पतिक नाम मैंगीफेरा इंडिका है. यह पूरी तरह से अलग अलग गुणों की वजह से न सिर्फ बेहद महत्वपूर्ण है बल्कि उपयोगी भी है. कच्चा आम भी खूब उपयोग में लिए जाते हैं. वहीं पके हुए आम को तो सभी खाना पसंद करते ही हैं.
डॉ. विजय मलिक बताते हैं कि आम के फल के अलावा पत्तियों में भी महत्वपूर्ण केमिकल (मेंजीफेरिन) होता है जो इम्युनिटी को इम्प्रूव करता है. यानी यह बहुत ही अच्छा मॉड्यूलेटर होता है. आम की पत्तियों का चूर्ण बनाकर खाली पेट इस्तेमाल करने पर मधुमेह जैसी बीमारी को नियंत्रण करने के साथ खत्म भी किया जा सकता है. फल सीजन के बाद आम का पेड़ बेहद उपयोगी है. त्वचा से संबंधित किसी प्रकार की समस्या होने पर आम की छाल का पेस्ट लगाने से लाभ मिलता है.
इसी तरह आम की छाल भी उपयोगी और महत्वपूर्ण होती है. छाल का पेस्ट स्किन संबंधी समस्याओं से ग्रसित लोगों के लिए उपयोगी है. पत्तियां का पेस्ट गर्मियों में होने वाले फोड़े फुंसियों को ठीक करने में कारगर है. आम की छाल एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है. आम इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं. इसमें मधुमेह-रोधी (एंटी-डायबिटिक) गुण मौजूद हैं. आम में अधिक मात्रा में विटामिन होने के कारण बाल व त्वचा को पर्याप्त पोषण मिलता है. आम सनब्लॉक के रूप में भी काम करता है. यह हमारी त्वचा और बालों को पराबैंगनी किरण (अल्ट्रावॉइलेट रेज़) के कारण होने वाले नुकसान से रोकता है.
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