मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: बहरासी के जंगल से वन विभाग की टीम को भालू के दो अनाथ बच्चे मिले हैं. भालू के दोनों बच्चे बहरासी के के ग्राम पंचायत खाडाखोह के पास सड़क पर लावारिश हालत में घूम रहे थे. वन अधिकारी इंद्रभान पटेल ने तुरंत भालू के दोनों बच्चों को वहां से रेस्क्यू किया. वन विभाग के मुताबिक भालू के दोनों बच्चों की उम्र महीने के आस पास की है.
जंगल से मिले भालू के दो नन्हे मुन्ने बच्चे: बहरासी के जंगल से मिले भालू के दो बच्चों की खातिरदारी अब वन विभाग की टीम कर रही है.भालू को दोनों बच्चों को बोतल में दूध भरकर फीडिंग कराई जा रही है. वन विभाग के डिपो में दोनों भालुओं को रखा गया है. भालू के बच्चों की निगरानी और उनको दूध पिलाने के लिए बाकायदा एक कर्मचारी की तैनाती की गई है.
सुबह के वक्त फील्ड पर खाडाखोह के जंगल गए थे. रोड के किनारे जंगल में दो छोटे-छोटे भालू के बच्चे नजर आए. बच्चों के आस पास मादा भालू नहीं मिला. बच्चे लावारिश हालत में थे. बच्चों से दूरी बनाकर हम उनकी निगरानी करते रहे. काफी देर तक जब मादा भालू बच्चों को लेने के लिए नहीं आई तब हमने भालू के बच्चों को वहां से रेस्क्यू किया. बच्चों को गाय का दूध फिलहाल पिलाया जा रहा है. - इंद्रभान पटेल, वन परिक्षेत्राधिकारी
बच्चों को पिलाया जा रहा गाय का दूध: भालू के दोनों बच्चे बेहद छोटे हैं. बच्चों को जंगल में फिलहाल वन विभाग की टीम नहीं छोड़ेगी. बहरासी के नाका पर ही दोनों बच्चों को रखा गया है. भालू के बच्चे जब बड़े हो जाएंगे तब उनको छोड़ा जाएगा. वन विभाग की टीम आला अधिकारियों के संपर्क में भी है. वन विभाग के अधिकारी जैसा आदेश देंगे उस आधार पर भालू के बच्चों की देखभाल और छोड़ने पर फैसला होगा.