लखनऊ: बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालयों में अगर छात्र संख्या कम है, तो वहां के अतिरिक्त शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों में भेजा जाएगा. जिन विद्यालयों में छात्र संख्या कम है, वहां के अतिरिक्त शिक्षकों को अधिक संख्या वाले विद्यालयों में भेजा जाएगा.
इस संबंध में छात्र संख्या के आधार पर मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों और बच्चों की पूरी डिटेल तैयार की जा रही है. इस संबंध में विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया है. पोर्टल से ही शिक्षक को एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय स्थानांतरित भी किया जा सकेगा. यह प्रक्रिया जून तक पूरी करने के निर्देश विभाग की ओर से दिए गए हैं.
बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग ने अभी बीते महीनों में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में छात्र संख्या की गणना कराई थी. जिसके आधार पर काफी जिलों में शिक्षक और छात्रों का अनुपात बराबर नहीं पाया गया है. इसका सीधा असर बच्चों पर पड़ रहा है.
कई विद्यालयों में बच्चों की संख्या 25 से 30 है और शिक्षकों की संख्या चार से पांच है. इसके बीच कई विद्यालय ऐसे या शिक्षकों की संख्या 2 से 3 है. लेकिन, वहां बच्चों की संख्या 200 से 300 है. इस स्थिति को देखते हुए विभाग का प्रयास है कि इस अनुपात में सुधार किया जाए.
जबकि, 30 बच्चों पर एक शिक्षक होने का नियम है. जाटों की उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के करीब 151000 से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित है. इन विद्यालयों में करीब 5 लाख शिक्षक की तैनाती है. जबकि छात्राओं की संख्या करीब 2 करोड़ से अधिक है.
प्रदेश में करीब डेढ़ दशक से शिक्षकों का समायोजन ना होने के कारण विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों का अनुपात काफी गड़बड़ा गया है. दूसरे जनपद स्थानांतरण और सेवानिवृत्ति होने से प्रदेश के कई जिलों में विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या काफी कम हो गई है.
लेकिन, छात्र संख्या पहले जैसे होने से पठन-पाठन की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है. अब विभाग ने इस संबंध में सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह समायोजन से पहले मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों के सारे जानकारी को सही कर ले.
जिससे कि मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके. इस बार विद्यालय में बच्चों की नामांकन संख्या में भी काफी गिरावट देखने को मिली है.
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों के अनुपात को सुधारने की तैयारी शुरू की गई है. जिससे शिक्षकों की संख्या पर्याप्त हो और पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार हो सके इस संबंध में जल्द ही प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत होंगे गिरफ्तार; सहारनपुर MP MLA कोर्ट ने जारी किए गिरफ्तारी वारंट