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सालों से विकास की बाट जोह रहा बलरामपुर का बचवार पारा, पहाड़ से नीचे उतरकर वोट डालते हैं मतदाता - Bachwar Para village of Balrampur

बलरामपुर के बचवार पारा गांव के लोग सालों से मूलभूत सुविधाओं का अभाव झेल रहे हैं. ग्रामीणों की मानें तो यहां सड़क बिजली और पानी की किल्लत लोगों को झेलनी पड़ रही है. इतना ही नहीं यहां के लोग 10 किलोमीटर पहाड़ से नीचे उतरकर वोट डालने जाते हैं.

basic facilities Lack in Bachwar Para village
विकास की बाट जो रहा बलरामपुर का बचवार पारा,
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : May 1, 2024, 11:21 PM IST

Updated : May 2, 2024, 8:42 AM IST

बलरामपुर के बचवार पारा का दर्द समझिए

बलरामपुर: बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत खड़िया दामर का बचवार पारा सालों से बुनियादी सुविधाओं से अछूता है. यहां के ग्रामीण मतदान करने के लिए पहाड़ी से दस किलोमीटर नीचे उतरकर वोट डालते हैं. विकासखंड बलरामपुर के ग्राम पंचायत खड़िया दामर का बचवार पारा पहाड़ी की चोटी पर बसा हुआ है. आजादी के इतने दशक बीतने के बावजूद आज भी यहां के लोग बिजली और पानी के साथ सड़क के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.

बचवार पारा में है 68 मतदाता: बचवार पारा सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. यहां तीसरे चरण में मतदान होना है. ग्राम पंचायत खड़िया दामर के बचवार पारा में लगभग तीस घर है. यहां की आबादी 130-140 है, जबकि यहां के मतदाताओं की संख्या 68 है. यहां का मतदान केंद्र बुद्धडीह में है. बचवार पारा में अड़सठ मतदाता मतदान के लिए पहाड़ी से नीचे करीब दस किलोमीटर पैदल चलकर वोट देने के लिए जाते हैं.

बहुत तकलीफ से हम लोग यहां रह रहे हैं. आने-जाने के लिए रोड नहीं है. अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो बहुत मुश्किल से अस्पताल तक लेकर जाते हैं. राशन लेने के लिए भी पहाड़ी से पैदल ही नीचे उतरकर जाते हैं. हमारे यहां लाइट नहीं है. बोर नहीं है. सोलर प्लेट लगा है, उससे ही काम चला रहे हैं. वोट देने के लिए हम लोग दस किलोमीटर की दूरी तय करके जाते हैं. -साधु राम, ग्रामीण

नेता वादे करके चले जाते हैं: बचवार पारा में रहने वाले ग्रामीण लखन राम ने ईटीवी भारत से कहा कि, "यहां से दस किलोमीटर पैदल खड़िया दामर जाकर हम लोग राशन लाते हैं. चुनाव से पहले नेता लोग आते हैं. वादे करते हैं लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं किया है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों पार्टियों की छत्तीसगढ़ में सरकार बनी, लेकिन दोनों सरकारों ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हमारे गांव में जो भी समस्याएं हैं, उनका समाधान हो."

ग्राम पंचायत खड़िया दामर का एक पारा बचवार है. यहां से अड़सठ मतदाता पहाड़ी के रास्ते से होकर मतदान करने के लिए बुद्धडीह केन्द्र में आते हैं. इस साल भी वहीं पर उनका मतदान होगा. शासन-प्रशासन की ओर से हम लोग पूरी कोशिश करेंगे कि मतदान के दौरान उनको किसी भी तरह की समस्या न हो. -रणवीर साय, सीईओ, जनपद पंचायत

सालों से विकास की बाट जो रहा गांव: बता दें कि ग्राम पंचायत खड़िया दामर के आश्रित गांव बचवार के ग्रामीणों में लोकतंत्र के उत्सव को लेकर काफी उत्साह है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी यहां के लोगों ने मतदान किया था. पहाड़ी से दस किलोमीटर पैदल सफर तय करके ये पोलिंग बूथ पहुंचे और मतदान किया. हालांकि गांव में विकास न होने से ये परेशान है. आज भी इस गांव के लोग बिजली, सड़क और पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.

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बलरामपुर: बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत खड़िया दामर का बचवार पारा सालों से बुनियादी सुविधाओं से अछूता है. यहां के ग्रामीण मतदान करने के लिए पहाड़ी से दस किलोमीटर नीचे उतरकर वोट डालते हैं. विकासखंड बलरामपुर के ग्राम पंचायत खड़िया दामर का बचवार पारा पहाड़ी की चोटी पर बसा हुआ है. आजादी के इतने दशक बीतने के बावजूद आज भी यहां के लोग बिजली और पानी के साथ सड़क के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.

बचवार पारा में है 68 मतदाता: बचवार पारा सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. यहां तीसरे चरण में मतदान होना है. ग्राम पंचायत खड़िया दामर के बचवार पारा में लगभग तीस घर है. यहां की आबादी 130-140 है, जबकि यहां के मतदाताओं की संख्या 68 है. यहां का मतदान केंद्र बुद्धडीह में है. बचवार पारा में अड़सठ मतदाता मतदान के लिए पहाड़ी से नीचे करीब दस किलोमीटर पैदल चलकर वोट देने के लिए जाते हैं.

बहुत तकलीफ से हम लोग यहां रह रहे हैं. आने-जाने के लिए रोड नहीं है. अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो बहुत मुश्किल से अस्पताल तक लेकर जाते हैं. राशन लेने के लिए भी पहाड़ी से पैदल ही नीचे उतरकर जाते हैं. हमारे यहां लाइट नहीं है. बोर नहीं है. सोलर प्लेट लगा है, उससे ही काम चला रहे हैं. वोट देने के लिए हम लोग दस किलोमीटर की दूरी तय करके जाते हैं. -साधु राम, ग्रामीण

नेता वादे करके चले जाते हैं: बचवार पारा में रहने वाले ग्रामीण लखन राम ने ईटीवी भारत से कहा कि, "यहां से दस किलोमीटर पैदल खड़िया दामर जाकर हम लोग राशन लाते हैं. चुनाव से पहले नेता लोग आते हैं. वादे करते हैं लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं किया है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों पार्टियों की छत्तीसगढ़ में सरकार बनी, लेकिन दोनों सरकारों ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हमारे गांव में जो भी समस्याएं हैं, उनका समाधान हो."

ग्राम पंचायत खड़िया दामर का एक पारा बचवार है. यहां से अड़सठ मतदाता पहाड़ी के रास्ते से होकर मतदान करने के लिए बुद्धडीह केन्द्र में आते हैं. इस साल भी वहीं पर उनका मतदान होगा. शासन-प्रशासन की ओर से हम लोग पूरी कोशिश करेंगे कि मतदान के दौरान उनको किसी भी तरह की समस्या न हो. -रणवीर साय, सीईओ, जनपद पंचायत

सालों से विकास की बाट जो रहा गांव: बता दें कि ग्राम पंचायत खड़िया दामर के आश्रित गांव बचवार के ग्रामीणों में लोकतंत्र के उत्सव को लेकर काफी उत्साह है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी यहां के लोगों ने मतदान किया था. पहाड़ी से दस किलोमीटर पैदल सफर तय करके ये पोलिंग बूथ पहुंचे और मतदान किया. हालांकि गांव में विकास न होने से ये परेशान है. आज भी इस गांव के लोग बिजली, सड़क और पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.

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Last Updated : May 2, 2024, 8:42 AM IST
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