बड़वानी। गर्मी में जहां आम इंसान हलाकान होकर घरों में दुबके बैठे हैं. वहीं निमाड़ का किसान चिलचिलाती गर्मी में लाइन में लगकर कपास के बीज की जुगाड़ में लगे हुए हैं. हालात ये हैं कि दुकान खुलते ही किसानों की भीड़ उमड़ पड़ती है. किसानों की भीड़ व दामों में हेरफेर की शिकायतों को लेकर कृषि विस्तार अधिकारी की मौजूदगी में सफेद सोने के बीज यानी कपास के बीज वितरित किए जा रहे हैं.
कपास के बीज को लेकर बाजार में मारामारी
चौथे चरण का मतदान समाप्त होते ही निमाड़ में किसानों को खेती किसानी की चिंता सताने लगी है. सफेद सोना यानी कपास की बोवनी सिर पर है और किसानों को कपास के बीज के लिए काफी मशक्कत उठाना पड़ रही है. क्या गर्मी, क्या धूप किसान तो बस इसी जुगाड़ में लगा है कि बस जैसे तैसे उन्हें बीज मिल जाए. इन दिनों कपास के बीज 659 को लेकर बाजार में काफी मारामारी देखने को मिल रही है. आलम ये है कि रविवार को जैसे ही दुकानदार ने दुकान खोली तो किसानों की भीड़ जमा हो गई. चिलचिलाती धूप में किसान लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे.
दुकान में लगी किसानों की भीड़
कृषि विस्तार अधिकारी के अनुसार कपास के लिए 659 बीज किसानों की पहली पसंद है. इसके रिजल्ट किसान देख चुके हैं. इसलिए अधिकतर किसान इसी बीज को बोना पसन्द करते हैं, लेकिन मार्केट में बीज की उलपब्धता इतनी है नहीं और ज्यादा डिमांड होने के कारण किसान भी पहले आओ पहले पाओ की स्थिति देखते हुए दुकान पर पहुंच जाते हैं. इसलिए ऐसे हालात बन रहे हैं. फिलहाल कृषि विभाग के अधिकारी स्वयं की मौजूदगी में किसानों को बीज दिलवा रहे हैं ताकि किसानों को सही दाम में बीज मिल सके.
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निमाड़ में इन दिनों फसल को लेकर खेत तैयार कर लिए गए हैं और इसके लिए सबसे बड़ी लड़ाई है कपास के बीज को लेकर, जो आसानी से बाजार में उपलब्ध नहीं है. कृषि अधिकारी के मुताबिक इन दिनों बाजार में कपास के बीज 659 की भारी डिमांड है क्योंकि इस बीज से किसान पिछली बार कपास का बम्पर उत्पादन ले चुके हैं इसलिए 659 बीज को लेकर मारामारी चल रही है.