बाराबंकी: लखनऊ के चर्चित अलाया अपार्टमेंट ढहने से तीन लोगों की मौत के मामले में आरोपी बिल्डर फहद याजदानी को बाराबंकी पुलिस ने सोमवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी बिल्डर पिछले सात महीने से फरार चल रहा था. कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था. बिल्डर पर गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज है, जिसमे यह वांछित चल रहा था.
थाना कोतवाली नगर पुलिस टीम ने बाराबंकी में धारा 3(1) यूपी गैंगेस्टर एक्ट में वांछित फहद याजदानी को लखनऊ स्थित निवास से गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का एक गैंग है. अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर लखनऊ में याजदान इंफ्राकन कम्पनी बनाकर बिल्डर का काम करता था. इसका गैंग आम आदमियों के साथ जालसाजी व धोखाधड़ी कर अवैध जमीन दिखाकर कूटरचित बैनामा करवाकर रुपये ठगता है. फ्लैट का वास्तविक कब्जा न देकर पीड़ितों से मारपीट व जानमाल की धमकी देता है. बिल्डर के खिलाफ लखनऊ और बाराबंकी जिलों में मारपीट, धोखाधड़ी व जालसाजी कर सम्पत्ति हड़पने जैसी कई गम्भीर धाराओं के 9 मुकदमे दर्ज हैं. बाराबंकी नगर कोतवाली में गैंगेस्टर समेत धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज हैं. इन मामलों में यह आरोपी वांछित चल रहा था.
अलाया अपार्टमेंट ढहने से हुई थी तीन लोगों की मौत
बता दें कि पिछले वर्ष लखनऊ के हजरतगंज में स्थित अलाया अपार्टमेंट ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई थी.इस मामले में बिल्डर फ़हद यजदानी के विरुद्ध थाना हजरतगंज में मुकदमा दर्ज किया गया था. हजरतगंज पुलिस ने आरोपी बिल्डर फहद याजदानी को नैनीताल के भुवाली से गिरफ्तार किया था. जमानत मिलने के बाद आरोपी सात महीने से फरार था. कमिश्चरेट पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. आरोपी बिल्डर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रविकांत शुक्ल से भी 71 लाख रुपये की ठगी की की थी. नगर कोतवाल अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बाराबंकी में गैंगेस्टर मामले में आरोपी वांछित चल रहा था, जिसको लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है.
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