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अब सरगुजा में नहीं होगा पेयजल संकट, भारी बारिश से 33 फीसद भरा बांकी डैम - Surguja Banki dam full due to rain

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 30, 2024, 11:57 AM IST

सरगुजा के बांकी डैम में अगस्त माह में हुई बारिश से 33 फीसद जल भराव हो चुका है. इससे आने वाले समय में पेयजल की समस्या से शहरवासियों को निजात मिलेगी. मौसम विभाग आने वाले समय में और भी बारिश की संभावना जता रहा है.

Surguja Banki dam full due to rain
अब सरगुजा में नहीं होगा पेयजल संकट (ETV Bharat)

सरगुजा: सूखे के संकट से जूझ रहे सरगुजा में बारिश ने रिकार्ड तोड़ दिया है. अच्छी बारिश के कारण शहर के बांकी जलाशय में जलभराव होने से जल संकट से मुक्ती मिल सकेगी. आने वाले समय में नगर निगम क्षेत्र में होने वाले पेय जल की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है. बड़ी बात यह है कि पिछले 7 सालों से बांकी जलाशय का जल स्तर बेहद नीचे था. पिछले साल बांकी डैम सूखने की कगार पर था. यही कारण है कि भीषण गर्मी में पेयजल संकट गहराया थे, लेकिन इस बार की बारिश ने सूखे की चिंता दूर कर दी है.

भारी बारिश से 33 फीसद भरा बांकी डैम (ETV Bharat)

पिछले सात सालों से था पानी का संकट: दरअसल, अम्बिकापुर शहर के लिए जीवनदायनी बांकी परियोजना में हुआ जल भराव का नजारा सालों बाद देखने को मिला है. साल 1990 में बनी इस परियोजना से आसपास के इलाकों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता था. ये डेम अंबिकापुर शहर में पेयजल की सप्लाई के लिए जीवनदायिनी है. साल 2017 में ये बांध पूरी तरह से लबालब था. हालांकि पिछले 7 सालों में इस बांध में पानी का संकट है. आलम ये है कि बीते गर्मी में बांध के सूख जाने के कारण शहर में पेयजल की किल्लत लोगों को झेलनी पड़ रही थी.

33 फीसद तक भर चुका है डैम: हालांकि, इस बार डैम में अब तक 33 फीसद जल भराव हो चुका है. जल संसाधन विभाग को उम्मीद है कि इस बार डैम 50 फीसद के करीब भरेगा, जिससे शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा. साथ ही बचे पानी से सिंचाई भी हो सकेगी.

50 फीसद तक डैम भरने की संभावना: इस बारे में जल संसाधन विभाग के ईई अशोक निरंजन ने कहा, "बांकी परियोजना हमारी प्रमुख परियोजना है. इससे ही शहर में पेयजल की सप्लाई की जाती है. साल 2018 में इसमें जल स्तर काफी कम हो गया था, लेकिन अभी इस साल अच्छी वर्षा हुई है. इससे डैम में 33 फीसद पानी भर गया है. ऐसे में उम्मीद है कि इस मानसून में डैम 50 फीसद भर जाएगा, जिससे आराम से शहर को जल आपूर्ति हो सकेगी. साथ ही बचे हुए जल को सिंचाई के लिए भी दिया जा सकेगा."

"इस वर्षा आंकड़े के साथ अगस्त माह में कुल वर्षा 548.3 मिमी से अधिक हो चुकी है. 1 जून से 25 अगस्त तक कुल वर्षा 1033.9 मिमी से अधिक हुई है. अगस्त माह में वर्षा के उपलब्ध रिकॉर्ड 1969 से 2024 के बीच है. इस साल अगस्त में अभी तक तीसरी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है. इसके पहले पूरे अगस्त में साल 1991 में 642.4 मिमी और साल 2016 में 698.2 मिमी की रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की गई थी. ये वर्षा सामान्य है, लेकिन इससे कृषि और आस पास के जलाशय, डैम और तालाबों में जल की स्थिति अच्छी हो गई है." -अक्षय मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक

आने वाले समय में और अच्छी बारिश की संभावना: सरगुजा में शुरुआत में मानसून ने धोखा दे दिया था. ऐसा लग रहा था कि सरगुजा सूखे की चपेट में है. लेकिन अगस्त माह में हुई अच्छी बारिश ने बीते कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अगस्त माह में हुई बारिश ने 56 सालों में तीसरी सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया. मौसम वैज्ञानिक की मानें तो आने वाले दिनों में भी सरगुजा में बेहतर बारिश होगी, जिससे पानी की कमी पूरी हो सकेगी.

बहरहाल, सरगुजा के किसानों और अम्बिकापुर शहर वासियों के लिए अच्छी खबर है कि कृषि के लिए पर्याप्त बारिश हो चुकी है. बांकी डैम का जल स्तर बढ़ने से भविष्य में पेयजल समस्या से छुटकारा शहर वासियों को मिल जायेगा.

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भारी बारिश से 33 फीसद भरा बांकी डैम (ETV Bharat)

पिछले सात सालों से था पानी का संकट: दरअसल, अम्बिकापुर शहर के लिए जीवनदायनी बांकी परियोजना में हुआ जल भराव का नजारा सालों बाद देखने को मिला है. साल 1990 में बनी इस परियोजना से आसपास के इलाकों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता था. ये डेम अंबिकापुर शहर में पेयजल की सप्लाई के लिए जीवनदायिनी है. साल 2017 में ये बांध पूरी तरह से लबालब था. हालांकि पिछले 7 सालों में इस बांध में पानी का संकट है. आलम ये है कि बीते गर्मी में बांध के सूख जाने के कारण शहर में पेयजल की किल्लत लोगों को झेलनी पड़ रही थी.

33 फीसद तक भर चुका है डैम: हालांकि, इस बार डैम में अब तक 33 फीसद जल भराव हो चुका है. जल संसाधन विभाग को उम्मीद है कि इस बार डैम 50 फीसद के करीब भरेगा, जिससे शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा. साथ ही बचे पानी से सिंचाई भी हो सकेगी.

50 फीसद तक डैम भरने की संभावना: इस बारे में जल संसाधन विभाग के ईई अशोक निरंजन ने कहा, "बांकी परियोजना हमारी प्रमुख परियोजना है. इससे ही शहर में पेयजल की सप्लाई की जाती है. साल 2018 में इसमें जल स्तर काफी कम हो गया था, लेकिन अभी इस साल अच्छी वर्षा हुई है. इससे डैम में 33 फीसद पानी भर गया है. ऐसे में उम्मीद है कि इस मानसून में डैम 50 फीसद भर जाएगा, जिससे आराम से शहर को जल आपूर्ति हो सकेगी. साथ ही बचे हुए जल को सिंचाई के लिए भी दिया जा सकेगा."

"इस वर्षा आंकड़े के साथ अगस्त माह में कुल वर्षा 548.3 मिमी से अधिक हो चुकी है. 1 जून से 25 अगस्त तक कुल वर्षा 1033.9 मिमी से अधिक हुई है. अगस्त माह में वर्षा के उपलब्ध रिकॉर्ड 1969 से 2024 के बीच है. इस साल अगस्त में अभी तक तीसरी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है. इसके पहले पूरे अगस्त में साल 1991 में 642.4 मिमी और साल 2016 में 698.2 मिमी की रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की गई थी. ये वर्षा सामान्य है, लेकिन इससे कृषि और आस पास के जलाशय, डैम और तालाबों में जल की स्थिति अच्छी हो गई है." -अक्षय मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक

आने वाले समय में और अच्छी बारिश की संभावना: सरगुजा में शुरुआत में मानसून ने धोखा दे दिया था. ऐसा लग रहा था कि सरगुजा सूखे की चपेट में है. लेकिन अगस्त माह में हुई अच्छी बारिश ने बीते कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अगस्त माह में हुई बारिश ने 56 सालों में तीसरी सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया. मौसम वैज्ञानिक की मानें तो आने वाले दिनों में भी सरगुजा में बेहतर बारिश होगी, जिससे पानी की कमी पूरी हो सकेगी.

बहरहाल, सरगुजा के किसानों और अम्बिकापुर शहर वासियों के लिए अच्छी खबर है कि कृषि के लिए पर्याप्त बारिश हो चुकी है. बांकी डैम का जल स्तर बढ़ने से भविष्य में पेयजल समस्या से छुटकारा शहर वासियों को मिल जायेगा.

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