हल्द्वानी: 5 जून 2024 को भीमताल विधानसभा के पतलोट में हुए सड़क हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी और मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए का मुआवजा दिया गया था. लेकिन जब मृतकों के परिजनों ने जिला प्रशासन द्वारा दिए गए चेक को बैंक में लगाया तो चेक बाउंस हो गए. परिजनों ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार बैंक में चेक लगाने के बाद भी चेक क्लियर नहीं होने पर परिजन अपने आप को ठगा महसूस करने लगे.
गुरुवार को पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु द्वारा प्रेस वार्ता करते हुए बताया गया कि जिला प्रशासन द्वारा सड़क हादसे में मारे गए सात लोगों के परिजनों को दिए गए दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता के चेक बाउंस हो गए हैं. हरीश पनेरु ने विधायक और जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि आखिर क्यों दुखी परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया जा रहा है. जब उन्हें आर्थिक सहायता के चेक दे दिए गए थे तो आखिर क्यों बाउंस हुए? उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि जिलाधिकारी द्वारा चेक साइन किया गया है. लेकिन चेक को बांटने के दौरान सरकारी मशीनरी द्वारा ना बांटकर स्थानीय विधायक के हाथ बांटा गया. हरीश पनेरु ने आरोप लगाया कि हादसे में घायल लोगों को कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई. घायल लोग आज भी आर्थिक सहायता का इंतजार कर रहे हैं.
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि चेक को बैंक में लगाया, लेकिन चेक बाउंस हो गया. इस तरह चेक वितरण कर मृतक परिजनों के साथ मजाक किया गया है. वहीं इस पूरे मामले में ईटीवी भारत पर जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह ने बताया कि कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते चेक क्लियर नहीं हुए हैं. मामला उनके संज्ञान में आया है. अब परिजनों को आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में मुआवजा राशि हस्तांतरित करने की कार्रवाई की जा रही है.
भीमताल दुर्घटना पीड़ितों के राहत चेक मामले में अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान ने स्पष्ट किया है कि विभागीय बैंक खाते में पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है. बैंक से वार्ता करने पर बताया गया कि मामला चेक बाउंस का नहीं है. बैंक की स्थानीय शाखा द्वारा उपरोक्त चेक क्लियर कर दिए गए थे. केंद्रीकृत सर्वर के द्वारा हस्ताक्षर भिन्नता की आपत्ति लगाते हुए चेक वापस किए गए हैं.
एडीएम ने बताया पूरा मामला: इस संबंध में अवगत करवाना है कि परिवहन विभाग के सक्षम अधिकारी के अवकाश में होने के कारण प्रभारी द्वारा चेक पर साइन किए गए थे. इसकी सूचना पत्र द्वारा बैंक को हस्ताक्षर अपडेट करने हेतु उसी दिन दी गई थी. परंतु बैंक के स्तर से हस्ताक्षर अपडेट न करने के कारण चेक वापसी की स्थिति उत्पन्न हुई. प्रभावितों के खाते में धनराशि आरटीजीएस के द्वारा करवाई जा रही है. आगे से इस प्रकार के सभी मामलों में आर्थिक सहायता चेक से न देकर सीधे खाते में आरटीजीएस के द्वारा करने के निर्देश दे दिए गए हैं.
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