नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. गुरुवार को विश्वविद्यालय की दीवारों पर बांग्लादेशी रोहिंग्या भारत छोड़ो, सेव हिंदूज और जेएनयू से आगाज भाग रोहिंग्या भाग लिखा पाया गया है. इन स्लोगनो को इस समय बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथी मुसलमान द्वारा हिंदुओं पर किए जा रहे हमलों से जोड़कर देखा जा रहा है. अभी तक इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है और ना ही छात्र संगठनों की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने आई है.
हाल में करीब 10 दिन पहले भी जेएनयू की दीवारों पर जातिसूचक स्लोगन लिखे पाए गए थे. ये स्लोगन विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास की दीवारों पर लिखे गए थे. इन स्लोगन को लिखने को लेकर एनएसयूआई की तरफ से आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी. तब एनएसयूआई की ओर से जेएनयू इकाई के सचिव कुणाल कुमार ने आरोप लगाया था कि नारे लिखी हुई दीवारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन द्वारा दीवारों को पेंट करा दिया गया था और मामले को छुपाने की कोशिश की गई थी. लेकिन एनएसयूआई ने इस मामले में आरोपियों का पता लगाकर कार्रवाई करने की मांग की थी. हालांकि, इस मामले में भी जेएनयू प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.
इससे पहले दिसंबर माह में स्कूल ऑफ़ लैंग्वेजेस के फर्स्ट फ्लोर की दीवारों पर अबकी बार रिबिल्ट बाबरी मस्जिद लिखा गया था. दीवार पर जहां लाल रंग से यह स्लोगन लिखा गया. वहीं पर काले मार्कर से एनएसयूआई का नाम भी लिखा था. इसको देखते हुए एनएसयूआई के ऊपर इस तरह का स्लोगन लिखने का आरोप लगा था. इससे पहले भी जेएनयू में कई बार इस तरह के विवादित नारे लिखने के मामले सामने आते रहे हैं.
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