जयपुर: बांग्लादेश में सरकार बदलने के बाद से लगातार अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी है. हिंदुओं के पक्ष में आवाज उठाने पर बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करने और ठोस उपाय करने की मांग की है.
अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बुधवार को एक बयान जारी किया है. इसमें लिखा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार जारी हिंसा एवं इस हिंसा के खिलाफ लगातार बोल रहे चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी निंदनीय है. बता दें कि इस्कॉन के प्रमुख सदस्य चिन्मय कृष्ण दास को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सोमवार को हिरासत में ले लिय गया. मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक उन्हें ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया. वह चटगांव जाने के लिए निकले थे.
बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय के खिलाफ लगातार जारी हिंसा एवं इस हिंसा के खिलाफ लगातार बोल रहे श्री चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी निंदनीय है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा जारी है परन्तु नई सरकार ने इसे रोकने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए हैं। 1970…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 27, 2024
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इंदिरा गांधी ने 70 के दशक में उठाए ठोस कदम : अशोक गहलोत ने अपने बयान में कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही हिंदुओं के विरुद्ध हिंसा जारी है, लेकि नई सरकार ने इसे रोकने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए हैं. 1970 के दशक में जब ऐसी गतिविधियां हुईं थीं, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सख्त कदम उठाकर वहां हिंदुओं एवं सभी अल्पसंख्यकों को सुरक्षा सुनिश्चित की थी. भारत सरकार को हस्तक्षेप कर वहां रह रहे हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.