मेरठः केला एक ऐसा फल है जो कि हर किसी को खूब ही लुभाता है और हर सीजन में मिलता है. मानव शरीर के लिए जिन जरूरी आवश्यक तत्वों की जरूरत होती है, उनकी पूर्ति यह फल करता है. इसके अलावा इसके पत्ते भी कई गंभीर रोगों में रामबाण औषधि का काम करती हैं. यही वजह है पुरातन समय में केले के पत्तों पर भोजन करना स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयोगी माना जाता था. अभी भी देश के कई राज्यों में इस प्राचीन परम्परा का निर्वहन किया जाता है. जहां केले के पत्तों के टुकड़े करके उस पर भोजन करते हैं. हिन्दू धर्म में तो तमाम धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए केले के पत्तों को भी उपयोग में लाया ही जाता है.
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय मलिक ने बताया कि केले के फल के बारे में तो सभी लोग जानते हैं कि बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. लेकिन केले के पत्ते के गुणों के बारे में कम ही लोग जानते हैं. दक्षिण भारत में तो अनेकों आयोजनों में केले के पत्तों का इस्तेमाल बहुत किया जाता है. केले के पत्तों पर रखकर वहां भोजन किया जाता है. पहले अपने यहां भी ऐसा होता था. केले के पत्ते के अंदर एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल प्रॉपर्टीज होती हैं. इसमें अनेकों औषधीय गुण होते हैं.
रोज जूस पीने से खत्म हो जाएगी सोरायसिस बीमारी
प्रोफेसर डॉक्टर विजय मलिक ने बताया कि अगर केले की पत्ती का एक चम्मच रस नियमित इस्तेमाल करें तो सोरायसिस जैसी गंभीर बीमारी के खात्मे में यह रामबाण का काम करती है. इसी प्रकार त्वचा में लाल लाल रंगे के निशान दिखाई देते हैं तो उन्हें समाप्त करने की शक्ति केले की पत्तियों में होती है. अगर किसी को खांसी की भी बहुत अधिक समस्या हो तो केले की पत्ती का जूस पीने से तुरंत आराम मिलता है. इसके अलावा अगर शरीर जल गया हो या चोट लगी हो या कट गया हो, फफोले या त्वचा संबंधी कोई और भी समस्या हो तो केले की पत्ती का पेस्ट बनाकर लगाने से राहत मिलती है.प्रोफेसर विजय मलिक ने बताया कि अगर किसी को हिचकियां परेशान करती हों तो वह केले की पत्ती का पेस्ट में शहद मिलाकर पीने से आराम मिलता है.
केले के पत्ते पर भोजन करने से शरीर को फायदा
डॉक्टर विजय मलिक ने बताया कि केला पवित्र पौधा है. अधिकतर घरों में यह मिल जाता है, जिसकी पूजा भी हिन्दू धर्म में की जाती है. उन्होंने कहा कि जब किसी धातु के बर्तन में भोजन करते हैं तो उसके कई बार दुष्प्रभाव शरीर पर पड़ सकते हैं. लेकिन जब केले के पत्ते पर गर्म भोजन परोसा जाता है तो कुछ पॉलीफेनोल्स भोजन में ट्रांसफर होते हैं, जिनसे एंटीऑक्सीडेंट लाभ शरीर मिलते ही हैं. केले के पत्तों में पॉलीफेनोल्स, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे कई जरूरी पोषक तत्व तो होते ही हैं. जो कि पोषक तत्व भोजन करते वक्त शरीर में ट्रांसफर हो जाते हैं, जिससे इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू बढ़ जाती है. वहीं, केले में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, सी और बी-6, लोहा, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, सोडियम, पोटेशियम मौजूद होते हैं जो कि शरीर के लिए उपयोगी होते हैं.
इसे भी पढ़ें-घोड़े जैसी ताकत पानी है तो काम आएगा ये जादुई पौधा, फूल-पत्तियां और सब्जी खाने से छूमंतर हो जाएंगे दर्जनों रोग