बलरामपुर रामानुजगंज : पुलिस ने जिले के 680 स्कूल और कॉलेज में सोमवार के दिन एक साथ एक ही दिन में यातायात और सायबर जागरूकता कार्यक्रम चलाया. इस दौरान मैदानी इलाकों के साथ ही वनांचल और पहाड़ी क्षेत्रों में संचालित स्कूलों में भी छात्र-छात्राओं को यातायात के नियमों समेत सायबर क्राइम के बारे में जानकारी दी गई.इस अभियान में एक ही दिन में 25 हजार से ज्यादा बच्चे शामिल हुए.
पुलिस को मिला सम्मान: बलरामपुर एसपी कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड छत्तीसगढ़ की स्टेट हेड सोनल शर्मा ने ये उपलब्धि जिले के कप्तान को दी. सोनल शर्मा ने आधिकारिक तौर पर बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल को वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण-पत्र और मेडल सौंपा. इस कार्यक्रम में जिले भर के 25 हजार से अधिक छात्रा-छात्राओं को यातायात जागरूकता और सायबर क्राइम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई . साथ ही इससे संबंधित फोटोयुक्त पंपलेट बांटा गया था.
''आने वाले समय में जो देश के नागरिक होंगे उस पीढ़ी को तैयार करना चाहते हैं कि सायबर अपराध के प्रति अवेयर हो . लगातार जो दुर्घटनाएं हो रही है उससे कैसे बचें. अपने परिवार को इसके प्रति कैसे सचेत करें. इन सभी सोच को लेकर हमने यह कार्यक्रम चलाया. पूरे जिले में हमारे 680 लोकेशन हैं. उन लोकेशन में हमारा पुलिस स्टाफ पहुंचा और सभी बच्चों को एकत्रित कर सायबर अपराध के संबंध में सचेत रहने के लिए सड़क दुर्घटनाओं से कैसे बचें यातायात के क्या नियम है उनका पालन क्यों करें इन सभी बातों को बताया गया.'' - राजेश अग्रवाल,एसपी
आपको बता दें कि बलरामपुर जिले की पुलिस को 10 सितंबर 2024 को बनाए गए इस रिकॉर्ड के लिए सम्मानित किया गया है. जिले के पुलिस कप्तान को प्रमाण-पत्र और मेडल सौंपा गया है. इस खिताब को हासिल करने पर जिले की पुलिस का मनोबल भी बढ़ा है.