रायपुर : बलौदाबाजार जिले में समुदाय विशेष के आंदोलन के दौरान हुई हिंसक घटना को लेकर सियासत जारी है. पहले कांग्रेस ने इस घटना की जांच के लिए समिति बनाकर बलौदाबाजार भेजा था. वहीं अब भारतीय जनता पार्टी ने भी 5 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने जांच समिति का गठन कर उन्हें 7 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है.
बीजेपी के जांच समिति के सदस्य : भारतीय जनता पार्टी ने पूरे हिंसा को सुनियोजित तरीके से किया गया बताया है. इसी को आधार मानते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. इसमें खाद्य आपूर्ति मंत्री दयाल दास बघेल, खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय और पूर्व विधायक रंजना साहू को सदस्य बनाया गया है. ये जांच समिति बलौदाबाजार का दौरा कर अपनी रिपोर्ट 7 दिन के भीतर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव को सौंपेगी.
बलौदाबाजर में हिंसा का कारण : बलौदाबाजार में समुदाय विशेष के लोगों ने धार्मिक स्थल में तोड़ फोड़ की सीबीआई जांच की मांग को लेकर 10 जून को रैली निकाली. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया. हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट पहुंच गए. कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई. हिंसा के दौरान लगभग 200 से ज्यादा निजी और सरकारी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. घटना के दूसरे दिन 11 जून से प्रशासन ने एक्शन लेना शुरू किया. अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. तत्कालीन डीएम और एसपी को सस्पेंड कर दिया गया है. सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए न्यायिक जांच कमेटी का गठन किया है.