बालोद: छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केन्द्रों में इन दिनों वजन तिहार चल रहा है. इस तिहार का लक्ष्य कुपोषण से जंग में जीत हासिल करना है. बालोद में भी वजन तिहार मनाया जा रहा है. बच्चों के बेहतर पोषण के लिए वजन तिहार में बच्चों के वजन और ऊंचाई को मापा जा रहा है. इस दौरान बलोद के कलेक्टर बुधवार को आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचे.
कलेक्टर ने बच्चों का वजन मापा: बालोद कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल खुद बच्चों के बीच पहुंचे. उन्होंने बालोद ब्लॉक के ग्राम उमरादाह आंगनवाड़ी क्रमांक एक में पहुंचकर बच्चों का वेट और ऊंचाई मापा. इसके साथ ही बच्चों के खाने से जुड़ी जानकारी भी ली. इस दौरान कलेक्टर को पता चला कि जिस आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचे हैं, वहां सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे थे. इसको लेकर उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और गर्म भोजन का वितरण कैसे हो रहा है इसकी जानकारी भी ली है.
"बच्चों के लिए जो पोषण ट्रैकर एप बनाया गया है, उसके माध्यम से भी कार्यों की जानकारी यहां पर ली गई है. जो कुपोषित बच्चे थे, वो सामान्य श्रेणी में आ रहे हैं. शासन की ओर से तय मेन्यू के हिसाब से बच्चों को प्रतिदिन भोजन दिया जा रहा है. इस आंगनबाड़ी में बच्चों की कुल दर्ज संख्या 34 है. 17 बच्चे कुपोषण की श्रेणी में हैं, जिसमें से 3 बच्चे अति कुपोषित हैं. हम सबका लक्ष्य है बच्चों को सुपोषण से जोड़ना. बच्चे हेल्दी होंगे तो राज्य और देश हेल्दी होगा": इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, कलेक्टर, बालोद
कलेक्टर ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का किया निरीक्षण: जिला कलेक्टर के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी भी आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. आंगनबाड़ी केन्द्रों में पहुंचकर कलेक्टर ने अपने सामने ही बच्चों का वजन करवाया और ऊंचाई भी नापी. इस दौरान कलेक्टर ने बच्चों के लिए जो भी सुपोषण आहार संभव है, उन्हें दिए जाने के साथ ही गर्म भोजन की स्थितियों में सुधार लाने की बात कही.