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बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों का प्रदर्शन, माइंस की गाड़ियां रोकने से चक्काजाम - BHILAI STEEL PLANT

छत्तीसगढ़ की लौह नगरी दल्लीराजहरा में बीएसपी प्रबंधन से नाराज राजहरा परिवहन संघ ने विरोध जताते हुए माइंस की गाड़ियां रोक दी है.

Protest Against Bhilai Steel Plant
दल्ली राजहरा में बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 25, 2024, 4:58 PM IST

बालोद : जिले के दल्लीराजहरा में भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) प्रबंधन के विरोध में राजहरा परिवहन संघ अनिश्चितकालीन आंदोलन पर है. सोमवार को दल्ली राजहरा में ट्रांसपोर्टरों ने प्रदर्शन किया, जिसके चलते माइंस के काम में लगे सभी वाहनों के पहिए थम गए हैं. इस वजह से माइंस से आयरन ओर के परिवहन का काम बाधित हो गया है.

प्रोडक्शन का काम प्रभावित : राजहरा परिवहन संघ का यह प्रदर्शन पिछले 6 दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था, लेकिन सोमवार को ट्रांसपोर्टरों की नाराजगी बढ़ गई. प्रदर्शन कारियों ने माइंस से निकलने वाली सभी गाड़ियों को रोक दिया, जिससे चक्काजाम हो गया. यहां राजहरा परिवहन संघ के सैकड़ों लोग धरने पर बैठे हैं. इस वजह से प्रोडक्शन काम भी प्रभावित हुआ है.

राजहरा शहर के विकास का उठाया मुद्दा : राजहरा परिवहन संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र तुली ने बताया कि संघ अपने साथ साथ शहर की समस्याओं के लिए भी आगे आया है. राजहरा खनिज नगरी कहलाती थी. आज आधुनिकता के साथ यहां पर बेरोजगारी चरम पर है. तेजी से लोग इस शहर से पलायन कर रहे हैं. एक लाख की आबादी वाले इस शहर की आबादी आज केवल 30000 तक रह गई है.

यह शहर पूरी तरह माइनिंग सेक्टर पर निर्भर था. यहां से करोड़ों रुपए की रॉयल्टी प्रशासन को मिलती है. राजहरा परिवहन संघ की मांग है कि खनिज संस्थान न्यास से मिलने वाली राशि का उपयोग शहर के विकास के लिए करना चाहिए. रोजगार के अवसर बनाने से संबंधित मांगों को हमने रखा है. : नरेन्द्र तुली, अध्यक्ष, राजहरा परिवहन संघ

ट्रांसपोर्टरों के आंदोलन की मुख्य वजह : राजहरा परिवहन संघ अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले कुछ दिनों से बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. दल्लीराजहरा नगर स्थित बीएसपी अधिनस्थ आईओसी की खानों से निकलने वाले लौह अयस्क का 100 प्रतिशत टांसपोर्टेशन रेल मार्ग से किया जा रहा है. रेलगाड़ी तक माल लाने के लिए ट्रैकों का उपयोग किया जाता है. राजहरा परिवहन संघ की मांग है कि रॉ मटेरियल के ट्रांसपोर्टिंग में 35 से लेकर 40 फीसदी तक हिस्सेदारी उन्हें मिलनी चाहिए. ताकि उनकी रोजी-रोटी पर कोई सवाल ना उठ पाए.

राजहरा परिवहन संघ अपनी 5 सूत्रीय मांग :

  1. दल्लीराजहरा से भिलाई तक रेलमार्ग से 100 फीसदी माल परिवहन कार्य का 40 प्रतिशत काम राजहरा परिवहन संघ के मालवाहकों को दिया जाए.
  2. वर्तमान में हितेकसा में निर्माणाधीन पैलेट प्लांट से बनने वाले पैलेट का परिवहन कार्य राजहरा परिवहन संघ को दिया जाए.
  3. बीएसपी प्रबंधन द्वारा निजी क्षेत्र को बेची जाने वाली अनुपयोगी लौह अयस्क का परिवहन कार्य राजहरा परिवहन संघ को दिया जाए.
  4. क्षेत्र की जनता के लिए समुचित रोजगार मुहैया कर पलायन को रोका जाए.
  5. जिला खनिज न्यास निधि से मिलने वाली राशि का अधिकतम उपयोग शहर के विकास कार्य के लिए किया जाए.
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बालोद : जिले के दल्लीराजहरा में भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) प्रबंधन के विरोध में राजहरा परिवहन संघ अनिश्चितकालीन आंदोलन पर है. सोमवार को दल्ली राजहरा में ट्रांसपोर्टरों ने प्रदर्शन किया, जिसके चलते माइंस के काम में लगे सभी वाहनों के पहिए थम गए हैं. इस वजह से माइंस से आयरन ओर के परिवहन का काम बाधित हो गया है.

प्रोडक्शन का काम प्रभावित : राजहरा परिवहन संघ का यह प्रदर्शन पिछले 6 दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था, लेकिन सोमवार को ट्रांसपोर्टरों की नाराजगी बढ़ गई. प्रदर्शन कारियों ने माइंस से निकलने वाली सभी गाड़ियों को रोक दिया, जिससे चक्काजाम हो गया. यहां राजहरा परिवहन संघ के सैकड़ों लोग धरने पर बैठे हैं. इस वजह से प्रोडक्शन काम भी प्रभावित हुआ है.

राजहरा शहर के विकास का उठाया मुद्दा : राजहरा परिवहन संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र तुली ने बताया कि संघ अपने साथ साथ शहर की समस्याओं के लिए भी आगे आया है. राजहरा खनिज नगरी कहलाती थी. आज आधुनिकता के साथ यहां पर बेरोजगारी चरम पर है. तेजी से लोग इस शहर से पलायन कर रहे हैं. एक लाख की आबादी वाले इस शहर की आबादी आज केवल 30000 तक रह गई है.

यह शहर पूरी तरह माइनिंग सेक्टर पर निर्भर था. यहां से करोड़ों रुपए की रॉयल्टी प्रशासन को मिलती है. राजहरा परिवहन संघ की मांग है कि खनिज संस्थान न्यास से मिलने वाली राशि का उपयोग शहर के विकास के लिए करना चाहिए. रोजगार के अवसर बनाने से संबंधित मांगों को हमने रखा है. : नरेन्द्र तुली, अध्यक्ष, राजहरा परिवहन संघ

ट्रांसपोर्टरों के आंदोलन की मुख्य वजह : राजहरा परिवहन संघ अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले कुछ दिनों से बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. दल्लीराजहरा नगर स्थित बीएसपी अधिनस्थ आईओसी की खानों से निकलने वाले लौह अयस्क का 100 प्रतिशत टांसपोर्टेशन रेल मार्ग से किया जा रहा है. रेलगाड़ी तक माल लाने के लिए ट्रैकों का उपयोग किया जाता है. राजहरा परिवहन संघ की मांग है कि रॉ मटेरियल के ट्रांसपोर्टिंग में 35 से लेकर 40 फीसदी तक हिस्सेदारी उन्हें मिलनी चाहिए. ताकि उनकी रोजी-रोटी पर कोई सवाल ना उठ पाए.

राजहरा परिवहन संघ अपनी 5 सूत्रीय मांग :

  1. दल्लीराजहरा से भिलाई तक रेलमार्ग से 100 फीसदी माल परिवहन कार्य का 40 प्रतिशत काम राजहरा परिवहन संघ के मालवाहकों को दिया जाए.
  2. वर्तमान में हितेकसा में निर्माणाधीन पैलेट प्लांट से बनने वाले पैलेट का परिवहन कार्य राजहरा परिवहन संघ को दिया जाए.
  3. बीएसपी प्रबंधन द्वारा निजी क्षेत्र को बेची जाने वाली अनुपयोगी लौह अयस्क का परिवहन कार्य राजहरा परिवहन संघ को दिया जाए.
  4. क्षेत्र की जनता के लिए समुचित रोजगार मुहैया कर पलायन को रोका जाए.
  5. जिला खनिज न्यास निधि से मिलने वाली राशि का अधिकतम उपयोग शहर के विकास कार्य के लिए किया जाए.
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