- बालाघाट के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बंदूक का डर लोकतंत्र के आगे बेअसर
- नक्सल प्रभावित बालाघाट लोकसभा की 3 विधानसभा सीटों में जमकर वोटिंग
- बैहर विधानसभा क्षेत्र में में सबसे ज्यादा 72.20 फीसदी मतदान
- लांजी विधानसभा क्षेत्र में 67.05 फीसदी मतदान
- परसवाड़ा में 69.82 फीसदी मतदान
- इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में शाम 4 बजे तक ही डाले जाना हैं वोट
- बालाघाट में दोपहर 40.05 प्रतिशत वोटिंग हुई.
- बालाघाट की बैहर विधानसभा सीट में सबसे ज्यादा 43.96 फीसदी मतदान
- बालाघाट में सुबह 11 बजे तक 27 प्रतिशत हुआ मतदान
- बालाघाट में अब तक 16.58 प्रतिशत मतदान हुआ.
बालाघाट में सुबह 7 बजे से मतदान जारी है. बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित जिला है. जिसको लेकर यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गये हैं. इसके अलावा एक हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध कराया गया गया है. जो इस इस पूरी प्रक्रिया में अपनी अहम भूमिका निभाएगा. बालाघाट जिले के दुरस्त वनांचल क्षेत्रों में लोकतंत्र के इस महापर्व का गजब का उत्साह देखने मिल रहा है. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें नजर आ रही है. सबसे खास बात यह कि लोकतंत्र के इस महापर्व में महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. सुबह से ही महिलाओं ने पोलिंग बूथ का रुख कर लिया है. बालाघाट में 319 नक्सल प्रभावित संवेदनशील मतदान केंद्र हैं. जबकि 58 अति संवेदनशील मतदान केंद्र है.
बालाघाट। लोकसभा चुनाव के लिए एमपी की जिन छह सीटों पर आज मतदान हो रहा है. उसमें से एक सीट बालाघाट लोकसभा सीट है. यह एमपी में एक अलग ही वजह से चर्चा का विषय बनी हुई है. हर सीट के चर्चा की वजह वहां के प्रत्याशी, पार्टी या मतदाता होते हैं, लेकिन यहां मामला कुछ उल्टा ही नजर आया है. लोकसभा चुनाव 2024 ने मुंजारे दंपति को ऐसे रास्त पर लाकर खड़ा कर दिया है, कि दोनों एक-दूसरे के विरोधी बने हुए हैं. सियासत की लड़ाई घर तक पहुंच गई है. हालांकि यहां से बीजेपी ने महिला उम्मीदवार भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है.
बालाघाट में त्रिकोणीय होगा मुकाबला
सबसे पहले आपको बता दें बालाघाट लोकसभा सीट में कौन सा प्रत्याशी किस पार्टी से चुनाव लड़ रहा है. यहां मुख्य दावेदारी किसकी है. इस सीट से बीजेपी ने सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर महिला उम्मीदवार पार्षद भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है. जबकि टिकट की आस में बैठे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे की जगह कांग्रेस ने सम्राट सिंह सारस्वर को टिकट दिया है. वहीं टिकट न मिलने से नाराज पूर्व सांसद मुंजारे ने बगावत कर बीएसपी ज्वाइन की. जिसके बाद बालाघाट सीट पर अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
चुनाव ने मिया-बीबी के रास्ते किए अलग
इस लोकसभा चुनाव की ऊहापोह ने दो दंपति को विरोधी बना दिया है. गौरतलब है कि कंकर मुंजारे की पत्नी अनुभा मुंजारे कांग्रेस से विधायक हैं. लिहाजा अनुभा मुंजारे कांग्रेस प्रत्याशी का प्रचार कर रहीं थी. जिसे लेकर उनके पति बीएसपी प्रत्याशी कंकर मुंजारे ने विरोध जताया. पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने तो पत्नी अनुभा से इलेक्शन होने तक घर से अलग रहने के लिए कह दिया था. उनका कहना था कि 19 अप्रैल मतदान की तारीख तक अनुभा कहीं और रहें. जिस घर से मैं बीएसपी का प्रचार कर रहा हूं. उस जगह से कांग्रेस का प्रचार नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा था कि एक ही घर से दो विरोधी पार्टी के नेता एक-दूसरे लिए बुरा बोलते हैं, वो एक साथ नहीं रह सकते. हालांकि इस बयान को सुनने के बाद अनुभा मुंजार ने घर से कही बाहर जाने को लेकर मना कर दिया था.
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बालाघाट में सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान
इतना ही नहीं जब पत्नी अनुभा मुंजारे ने घर से बाहर जाने के लिए साफ इंकार कर दिया तो कंकर मुंजारे खुद घर छोड़कर चल गए. वे 19 अप्रैल तक एक झोपड़ी में रह रहे हैं. वहीं अपने लिए उन्होंने प्रचार-प्रसार भी किया. बहरहाल यहां मुकाबला भले त्रिकोणीय हो गया हो, लेकिन सीधी टक्कर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही देखी जा रही है. इन दोनों ही पार्टियों के नेताओं के लिए जोर-शोर प्रचार किया गया है. बता दें बालाघाट में सुबह 7 बजे मतदान शुरु हुआ जो शाम 4 बजे समाप्त होगा. नक्सल एरिया होने के चलते बालाघाट संवेदनशील इलाका है, यहां सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं.