रायपुर: छत्तीसगढ़ का राजधानी रायपुर के आरंग में हुई मॉब लिचिंग मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने कोतवाली थाने का घेराव कर दिया. इस दौरान कई बजरंगी और विहिप नेता अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचे जो देर रात तक कोतवाली थाने के बाहर ही डटे रहे. हजारों की संख्या में बजरंग दल, विहिप और साधु संत कोतवाली थाने पहुंचकर हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं और जय श्री राम के नारे लगाए जा रहे हैं.
दोपहर से जारी है बजरंगदल और विहिप का हंगामा: राजधानी रायपुर में बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता दोपहर 3:00 बजे मोती बाग चौक में इकट्ठे हुए. 4:00 बजे के आसपास राजधानी के कोतवाली थाने के बाहर हंगामा शुरू कर दिया. कोतवाली थाने के बाहर हंंगाम अभी भी जारी है. जानकारी के मुताबिक चित्रकूट से राजीव लोचन महाराज, सर्वेश्वर दास महाराज और आचार्य वेद प्रकाश समेत हजारों की तादाद में बजरंग दल के कार्यकर्ता गिरफ्तारी देने के लिए पहुंचे हैं.
20 थाने के थाना प्रभारियों की कोतवाली थाने में ड्यूटी: बजरंगदल और विहिप के आंदोलन को देखते हुए रायपुर पुलिस ने शहर के 4 एडिशनल एसपी, 10 सीएसपी और डीएसपी सहित लगभग 20 थाने के थाना प्रभारी को कोतवाली थाने में तैनात कर दिया है.
विहिप नेता की जुबानी मॉब अटैक की कहानी: विश्व हिंदू परिषद प्रांत सहमंत्री घनश्याम चौधरी ने बताया "पुलिस प्रशासन की तरफ से गौ भक्त और गौ रक्षकों पर जिस तरह से कार्रवाई की गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण और दबाव पूर्वक कार्रवाई की गई है और इस कार्रवाई को मॉब लिचिंग जैसा नाम दिया गया. हम हिंदू समाज के लोग गाय की रक्षा के लिए तत्पर हैं. छत्तीसगढ़ में गाय की तस्करी हो रही थी. गाय को बचाने के लिए गौ रक्षक तस्करों के पीछे दौड़ रहे थे, लेकिन जो लोग गाय की तस्करी कर रहे थे, वे नदी में कूदकर अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहे थे. आरोपी तस्करों ने पुलिस को आते देखकर नदी में कूदकर अपनी जान दे दी."
घनश्याम चौधरी ने मॉब लिंचिंग मामले में चार की गिरफ्तारी पर छत्तीसगढ़ पुलिस और प्रशासन को भी घेरे में लिया. उन्होंने कहा- "प्रदेश की पुलिस और प्रशासन यह कह रही है कि गौ तस्करी करने वाले लोगों को मारकर नदी में फेंक दिया गया. गाय की रक्षा करने वाले गौ रक्षक यदि किसी को मारते हैं या मार के फेंक देते हैं तो नदी में नीचे जाकर गौ तस्करी वाले की लाश को क्यों लाते. गाय की रक्षा करने वाले लोगों ने ही इसकी सूचना आरंग पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची. गाय की तस्करी करने वालों को पकड़ने का काम गाय की रक्षा करने वालों का था. गाय की रक्षा करने वाले के मन में गाय की तस्करी करने वालों को मारने का विचार आता तो फिर पुलिस को सूचना देकर क्यों बुलाया जाता."
छत्तीसगढ़ मॉब लिचिंग के चार आरोपी गिरफ्तार: मॉब लीचिंग मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को मंगलवार की रात को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी महासमुंद के रहने वाले हैं, जिसमें नवीन सिंह ठाकुर और मयंक शर्मा है. नवीन ड्राइवर और मयंक ट्रांसपोर्टर हैं. इससे पहले दुर्ग से हर्ष मिश्रा और भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता राजा अग्रवाल को पुलिस ने पकड़ा था. आरोपी राजा महासमुंद के भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रचार प्रसार प्रमुख है.