बहराइच : बिछिया थाना क्षेत्र के तहसील मिहीपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत आम्बा का तेलागौड़ी गांव घाघरा बैराज के डाउन स्टीम की ओर बसा हुआ है. घाघरा नदी से सटा होने के कारण गांव की कई एकड़ जमीन हर साल घाघरा में समाहित हो जाती है. इस बार भी किसानों की करीब 200 एकड़ जमीन घाघरा के कटान की भेंट चढ़ चुकी है. इस पर गांव के लोगों ने शासन व प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है.
बहराइच के बिछिया थाना क्षेत्र में घाघरा नदी उफान पर है. इससे घाघरा बैराज के डाउन स्टीम की ओर बसे ग्राम पंचायत आम्बा का तेलागौड़ी गांव में तेजी से कटान हो रही है. इससे ग्रामीण भयभीत हैं. बुधवार को ईटीवी भारत की टीम के गांव पहुंचने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्या बताने बाहर निकल आए. गांव की मीना, सीला देवी, मैना, पार्वती, दुईजी, अनीता, केवली, सुमन, राजकुमार, राजकिशोर, योगेंद्र प्रसाद, श्याम निषाद, सियाराम आदि ने बताया कि घाघरा नदी तेजी से कटान करती जा रही है. नदी से मात्र 50 मीटर गांव की दूरी पर है. अगर प्रशासन ने सुरक्षा के कोई इंतज़ाम न किए गए तो गांव जल्द ही घाघरा में समा जाएगा.
ग्नामीणों का कहना है कि शासन प्रशासन से अभी तक कोई कटान पीड़ितों का हाल जानने नहीं पहुंचा है. यहां पर बांध बनाने की मांग पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. जनप्रतिनिधि सिर्फ वोट लेने के समय गांव आते हैं. इसके बाद यहां की समस्या से मुंह मोड़ लेते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि घाघरा की कटान में धान और गन्ने की फसलें समा चुकी हैं.
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