उत्तरकाशी: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हर्षिल घाटी के बगोरी गांव के ग्रामीणों का पोलिंग बूथ बदल दिया गया है. बगोरी गांव के लोग इस लोकसभा चुनाव में वीरपुर डुंडा में अपना मतदान करेंगे. निर्वाचन आयोग की ओर से इसके लिए स्वीकृति भी दे दी है.
जानिए क्यों बदला गया मतदेय स्थल: दरअसल, उत्तरकाशी के बगोरी गांव में जाड़ समुदाय के लोग निवास करते हैं, जो कि शीतकाल में वीरपुर डुंडा में 6 महीने के प्रवास पर रहते हैं. ऐसे में इस वक्त ज्यादातर लोग वीरपुर डुंडा में रहते हैं. बगोरी गांव के ग्रामीणों ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग से मांग की है कि उनका मतदेय स्थल इस बार वीरपुर डुंडा में ही रखा जाए. ताकि, वहां पर ज्यादा से ज्यादा मतदान हो सके. इस मांग पर निर्वाचन आयोग ने बगोरी गांव के ग्रामीणों के लिए वीरपुर डुंडा में मतदेय स्थल बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है.
बगोरी गांव में लोकसभा चुनाव 2019 में पड़ा था मात्र 19 फीसदी वोट: बता दें कि बगोरी गांव में पिछले लोकसभा चुनाव में 787 मतदाता थे. जिसमें से मात्र 150 लोगों ने ही अपने मत डाले थे, जिस कारण वहां पर मतदान प्रतिशत 19.6 रहा था. इसका मुख्य कारण यही था कि कई बार चुनाव सर्दियों में होते हैं. इसके साथ ही वीरपुर डुंडा में रहने वाले ग्रामीण मतदान के लिए बगोरी नहीं जाते हैं. इसलिए इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए वीरपुर डुंडा को मतदेय स्थल बनाया गया है.
कई मतदेय स्थलों का बदला नाम: इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए पुरोला विधानसभा में 12, यमुनोत्री विधानसभा में 6 और गंगोत्री विधानसभा चुनाव में एक मतदेय स्थल का नाम बदला गया है. उत्तरकाशी डीएम मेहरबान बिष्ट ने बताया कि बगोरी गांव के ग्रामीणों की मांग थी कि उनके लिए मतदेय स्थल वीरपुर डुंडा में बनाया जाए. उनकी मांग पर वीरपुर डुंडा में मतदेय स्थल बनाया गया है. वहीं, जिन विद्यालयों का उच्चीकरण हुआ है, उन मतदेय स्थलों का नाम बदला गया है.
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