देहरादून: लोकसभा चुनाव के बाद देश के 7 राज्यों की 13 सीटों पर 10 जुलाई को उपचुनाव हुये. आज उपचुनावों का परिणाम घोषित किया गया. उपचुनावों परिणामों में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. 13 सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को केवल दो ही सीटों पर जीत मिली है. इंडिया गठबंधन को 11 सीटों पर सफलता मिली है. उपचुनाव परिणाणों में सबसे अधिक चर्चा उत्तराखंड की बदरीनाथ विधानसभा सीट की हो रही है. बदरीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी है. बीजेपी ने यहां से पूर्व में कांग्रेस नेता रहे राजेंद्र भंडारी को टिकट दिया था. जिसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी के कैंडिडेट की काट के लिए लखपत बुटोला पर दांव खेला.
बद्रीनाथ की जनता का मैं बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं... तमाम लोग जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से न्याय की इस लड़ाई में मेरा साथ दिया है, उन्हें इसका श्रेय जाता है। pic.twitter.com/gpoZEgDQMS
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कौन हैं लखपत बुटोला : लखपत बुटोला का जन्म 10 जून 1976 को चमोली जिले के चौंडी गांव में हुआ. लखपत बुटोला के पिता का नाम धर्म सिंह बुटोला है.लखपत बुटोला ने 1999 में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. 2005 में एलएलबी (ऑनर्स) लॉ की डिग्री ली. लखपत बुटोला कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता हैं. उनकी लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है. लखपत बुटोला बदरीनाथ से एक बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके अलावा लखपत भंडारी कांग्रेस में प्रवक्ता की भूमिका भी निभा चुके हैं.लखपत बुटोला के पॉलिटिकल अनुभव को देखते हुए उन्हें रुद्रप्रयाग, नरेंद्र नगर और मंगलौर विधानसभा सीट पर पूर्व में कोऑर्डिनेटर की भूमिका भी दी गई.
बद्रीनाथ में कांग्रेस पार्टी के बब्बर शेर ❤️🔥
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जीत का जश्न 🥳❤️ pic.twitter.com/Y5Jvok8xGu
मौटे तौर पर लखपत बुटोला के पॉलिटिकल जीवन को देखा जाये तो उपचुनाव से पहले पार्टी ने उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी थी. उनसे पहले बदरीनाथ में राजेंद्र भंडारी की कांग्रेस फेस के रूप में देखे जाते थे. लोकसभा चुनाव के ठीक पहले राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन लिया. जिसके कारण बदरीनाथ विधानसभा सीट खाली हुई. तब उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने जमीनी नेताओं की तलाश शुरू की. कांग्रेस की ये तलाश लखपत बुटोला पर आकर खत्म हुई.
धर्म आस्था है, राजनैतिक व्यापार नहीं
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अयोध्या से लेकर बद्रीनाथ — प्रभु का यही संदेश है 🙏 pic.twitter.com/pZch5CZTBm
लखपत बुटोला को कांग्रेस ने बदरीनाथ से कैंडिडेट घोषित किया. इसके बाद लखपत बुटोला ने भी उपचुनाव जीतने के लिए जी तोड़ मेहनत की. जिसका नतीजा जीत के रूप में सामने आया है. आज देशभर में बदरीनाथ सीट की चर्चा हो रही है. हर कोई बीजेपी के कैंडिडेट को हराने वाले लखपत बुटोला के बारे में जानना चाहता है.