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बदनोर थाना प्रभारी और कांस्टेबल निलंबित, यहां जानिए पूरा मामला - ACB ACTION CASE

बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार निलंबित. ब्यावर एसपी श्याम सिंह ने दिए आदेश. जानिए पूरा मामला...

ACB Action
बदनोर पुलिस थाना (Badnor Police Station)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 13 hours ago

अजमेर: ब्यावर जिले के बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई को ब्यावर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने सस्पेंड कर दिया है. दोनों सोमवार देर रात एसीबी की ट्रैप की कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गए थे. आरोपी थाना प्रभारी और कांस्टेबल ने एनडीपीएस एक्ट में दर्ज एक मुकदमे में आरोपी पक्ष को फायदा पहुंचाने के लिए 3 लाख रुपए की रिश्वत डिमांड की थी.

आरोपी कांस्टेबल रिश्वत की पहली किस्त ले भी चुका था और दूसरी किस्त लेने से पहले उसे एसीबी की कार्रवाई की भनक लग गई. लिहाजा, परिवादी से रिश्वत की रकम खुद लेने की बजाय एक कॉलेज छात्र को डाक का लिफाफा लाने का हवाला देकर भेज दिया. एसीबी ने कॉलेज छात्र को पकड़ लिया.

पढ़ें : बीकानेर विश्वविद्यालय में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, 7 लाख रुपए जब्त, जांच जारी - ACB ACTION IN BIKANER

ब्यावर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं. दोनों आरोपियों का मुख्यालय पुलिस लाइन ब्यावर रखा गया है. आदेश के अनुसार निलंबन अवधि में मूल वेतन का आधा भाग और उसपर मिलने वाले सभी भत्ते नियमानुसार देय होंगे. ब्यावर एसपी ने यह निलंबन के आदेश अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल यूनिट की कार्रवाई के तहत जारी किए हैं.

बता दें कि अजमेर एसीबी की स्पेशल यूनिट की टीम ने सोमवार 23 दिसंबर को ट्रैप की कार्रवाई की, लेकिन एसीबी जिनको रंगे हाथों पकड़ने गई थी. इस दौरान बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई कार्यवाही की भनक लगने से सचेत हो गए और फरार हो गए. हालांकि, इस कार्रवाई में एक कॉलेज छात्र एसीबी के हाथ लगा. दरअसल, एसीबी की भनक लगने के बाद कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई ने कैलाश गुर्जर को परिवादी से रुपए लेने के लिए भेज दिया.

पढ़ें : ब्यावर में ACB की कार्रवाई, भनक लगते ही SHO और कांस्टेबल हुए फरार, एक छात्र आया गिरफ्त में - ACB ACTION

डाक का लिफाफा ले आना : अजमेर एसीबी की स्पेशल यूनिट ने रंगे हाथों पकड़ने के लिए थाना प्रभारी और कांस्टेबल को ट्रैप करने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन उसमें छात्र जा फंसा. दरअसल, छात्र को कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई ने डाक का लिफाफा लाने का हवाला देकर परिवादी से रिश्वत की रकम लाने के लिए भेजा था. बालाजी मंदिर के पास परिवादी ने छात्र को 45 हजार रुपए दिए. इस दौरान एसीबी ने उसे दबोच लिया. बता दें कि आरोपी कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई 2 दिन पहले ही परिवादी से 40 हजार रुपए ले चुका था. एसीबी की स्पेशल यूनिट के सीओ राजेश वर्मा ने बताया कि थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार की तलाश की जा रही है.

अजमेर: ब्यावर जिले के बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई को ब्यावर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने सस्पेंड कर दिया है. दोनों सोमवार देर रात एसीबी की ट्रैप की कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गए थे. आरोपी थाना प्रभारी और कांस्टेबल ने एनडीपीएस एक्ट में दर्ज एक मुकदमे में आरोपी पक्ष को फायदा पहुंचाने के लिए 3 लाख रुपए की रिश्वत डिमांड की थी.

आरोपी कांस्टेबल रिश्वत की पहली किस्त ले भी चुका था और दूसरी किस्त लेने से पहले उसे एसीबी की कार्रवाई की भनक लग गई. लिहाजा, परिवादी से रिश्वत की रकम खुद लेने की बजाय एक कॉलेज छात्र को डाक का लिफाफा लाने का हवाला देकर भेज दिया. एसीबी ने कॉलेज छात्र को पकड़ लिया.

पढ़ें : बीकानेर विश्वविद्यालय में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, 7 लाख रुपए जब्त, जांच जारी - ACB ACTION IN BIKANER

ब्यावर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं. दोनों आरोपियों का मुख्यालय पुलिस लाइन ब्यावर रखा गया है. आदेश के अनुसार निलंबन अवधि में मूल वेतन का आधा भाग और उसपर मिलने वाले सभी भत्ते नियमानुसार देय होंगे. ब्यावर एसपी ने यह निलंबन के आदेश अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल यूनिट की कार्रवाई के तहत जारी किए हैं.

बता दें कि अजमेर एसीबी की स्पेशल यूनिट की टीम ने सोमवार 23 दिसंबर को ट्रैप की कार्रवाई की, लेकिन एसीबी जिनको रंगे हाथों पकड़ने गई थी. इस दौरान बदनोर थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई कार्यवाही की भनक लगने से सचेत हो गए और फरार हो गए. हालांकि, इस कार्रवाई में एक कॉलेज छात्र एसीबी के हाथ लगा. दरअसल, एसीबी की भनक लगने के बाद कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई ने कैलाश गुर्जर को परिवादी से रुपए लेने के लिए भेज दिया.

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डाक का लिफाफा ले आना : अजमेर एसीबी की स्पेशल यूनिट ने रंगे हाथों पकड़ने के लिए थाना प्रभारी और कांस्टेबल को ट्रैप करने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन उसमें छात्र जा फंसा. दरअसल, छात्र को कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई ने डाक का लिफाफा लाने का हवाला देकर परिवादी से रिश्वत की रकम लाने के लिए भेजा था. बालाजी मंदिर के पास परिवादी ने छात्र को 45 हजार रुपए दिए. इस दौरान एसीबी ने उसे दबोच लिया. बता दें कि आरोपी कांस्टेबल अशोक कुमार विश्नोई 2 दिन पहले ही परिवादी से 40 हजार रुपए ले चुका था. एसीबी की स्पेशल यूनिट के सीओ राजेश वर्मा ने बताया कि थाना प्रभारी नारायण सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार की तलाश की जा रही है.

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