पटनाः बिहार के मसौढ़ी में गोदभराई रस्म निभाई गई. समाज कल्याण विभाग द्वारा पटना के ग्रामीण इलाकों में आंगनबाड़ी केंद्र पर गोद भराई दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. समेकित बाल विकास परियोजना के सीडीपीओ के द्वारा गर्भवती महिलाओं के बीच पारंपरिक गीतों के साथ पूरे रस्मो रिवाज के साथ गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई.
गर्भवती महिलाओं की गोद भराईः समाज कल्याण विभाग के द्वारा मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य व गर्भवती माता को कुपोषण से बचाने के लिए गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की जाती है. कार्यक्रम को एक दिवस के रूप में आंगनबाड़ी केंद्रो पर मनाया जाता है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं व बच्चों की देखभाल को लेकर कई जानकारियां दी जाती है.
मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाना उद्देश्यः गोद भराई कर गर्भावस्था के दिनों में बेहतर पोषण की जरूरत के बारे में गर्भवती महिलाओं को अवगत कराया गया. माता व गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य व प्रसव के दौरान होने वाले संभावित जटिलताओं में कमी लाने के लिए गर्भवती के साथ परिवार के लोगों को भी अच्छे पोषण पर ध्यान देने की बात कही. बेहतर पोषण एक स्वस्थ बच्चे के जन्म में सहायक होने के साथ गर्भवती महिलाओं में मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाता है.
"हमलोग आज गोद भराई कार्यक्रम कर रहे हैं. यह कार्यक्रम प्रत्येक माह 7 तारीख को आयोजित की जाती है. जो महिला पहली बार गर्भवती होती है, उनकी गोद भराई की जाती है. इस योजना के अलावा प्रधानमंत्री मातृत्व योजना का भी लाभ दिया जाता है. गोद भराई में पोष्टिक आहार और खुद की देखभाल के लिए प्रेरित करते हैं." -अर्चना कुमारी, सीडीपीओ, मसौढी
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