अयोध्या : राम मंदिर के शिखर और परिसर में बन रहे मंदिरों का निर्माण जनवरी तक पूरा करने की तैयारी है. इसे लेकर राम मंदिर निर्माण समिति की 3 दिवसीय बैठक शनिवार से हो रही है. आज दूसरे दिन की बैठक भी शुरू हो चुकी है. समय पर सभी कार्य पूरा करने के लिए मंदिर समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने श्रमिकों की संख्या दोगुनी करने के निर्देश दिए हैं. इससे पूर्व शनिवार को उन्होंने राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया था. राम मंदिर के लोअर प्लिंथ (आधार) में आइकोनोग्राफी से दर्शाए जा रहे रामायण के प्रसंगों पर आधारित चित्रों के कार्यों को भी देखा था.
परकोटे के लिए 50 प्रतिशत तक पत्थर पहुंचे : श्री राम जन्मभूमि परिसर में चल रही बैठक से पहले अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर के प्रगति की समीक्षा की जा रही है. पहले दिन की बैठक में यह अनुमान लगाने का कार्य किया गया कि अभी चुनौती कितनी बाकी है. मंदिर में शिखर को छोड़कर अन्य सभी पत्थरों के कार्य को पूरा कर लिया गया है. शिखर निर्माण का कार्य चल रहा है.
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि परकोटे के निर्माण के लिए 50% तक पत्थरों को पहुंचाने का कार्य पूरा कर लिया गया है. निर्माण में 8 लाख क्यूबिक फीट पत्थरों का उपयोग किया जाना है. लगभग चार लाख क्यूबिक फीट पत्थर पहुंचाए जा चुके हैं. परकोटा के छत पर प्रोजेक्टर के जरिए मंदिर को आकर्षक लाइटों से प्रकाशित किया जाएगा.
श्रमिकों की संख्या होगी दोगुनी : इस कार्य के लिए छत निर्माण को पूरा करना आवश्यक है. वहीं परिसर में बन रहे सात अन्य मंदिरों के निर्माण का कार्य संतोषजनक है. मंदिर के साथ-साथ सप्त मंदिर भी पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगा. इसी प्रकार शेषावतार मंदिर का कार्य भी अपने समय अनुसार पूर्ण होगा. मंदिर निर्माण कार्य में तेजी के लिए श्रमिकों की संख्या दोगुनी होगी.
जून 2025 तक सभी कार्य पूरे होने के अनुमान : उन्होंने बताया कि लगभग 700 से 800 के बीच में ही श्रमिक आ रहे हैं. श्रमिकों की संख्या लगभग 1500 होनी चाहिए. इसके लिए निर्माण संस्था के अधिकारियों से कहा गया है. आशा है कि जून 2025 तक सभी कार्य पूरे हो जाएंगे. निर्माण कार्य में अब तक लगभग 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. पूरे परिसर के निर्माण कार्य में कुल लगभग 1800 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.
महाकुंभ से रामनगरी में बढ़ेगी भीड़ : शनिवार को मंदिर समिति के अध्यक्ष ने परिसर में स्थित ट्रस्ट कार्यालय में कार्यदायी संस्था एलएंडटी और टाटा के इंजीनियरों के साथ बैठक भी थी. चल रहे निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी ली. जनवरी महीने में प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु जुटेंगे. ऐसे में काफी भक्त अयोध्या का भी रूख करेंगे. इससे रामनगरी में भी भीड़ बढ़ेगी. इसे लेकर राम मंदिर में चल रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए जा रहे हैं.
जनवरी तक तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र सहित मंदिर के प्रथम तल का काम पूरा करने की रणनीति तैयार की गई. नृपेंद्र मिश्रा ने राम मंदिर के प्रथम तल व दूसरे तल के कार्यों की प्रगति जानी. शिखर निर्माण के कार्यों की जानकारी ली. सप्त मंडपम व शेषा अवतार मंदिर के निर्माण की प्रगति भी पर भी मंथन किया.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की एक दिवसीय बैठक 25 नवंबर को होने है. इसमें मंदिर के द्वितीय तल और शिखर निर्माण, परकोटा निर्माण और अन्य मंदिरों का निर्माण के साथ प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के बीच 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का पहला वार्षिक उत्सव भी आयोजन करने पर मंथन किया जाएगा.
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