नई दिल्ली: उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी का सितम जारी है. वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी दिल्ली वासियों को सता रही है. आसमान से मानो आग बरस रही है. भीषण गर्मी के चलते देश भर में हीट स्ट्रोक के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली के अस्पतालों में भी हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए हैं. ऐसे में लोग इस भीषण गर्मी में हीट वेव से खुद को कैसे बचाएं, आइए एम्स अस्पताल के एक्सपर्ट से जानते हैं...
दिल्ली एम्स के डिपार्टमेंट ऑफ़ मेडिसिन के एडिशनल प्रोफेसर डॉ नीरज निश्चल ने भीषण गर्मी में हीट वेव से बचाव के कई जरूरी सुझाव बताएं हैं. डॉ नीरज निश्चल ने कहा कि अगर आपको सर दर्द, चक्कर आना, मतली भ्रम या भटकाव जैसे लक्षण नजर आते हैं तो यह हीट स्ट्रोक के चेतावनी के संकेत हो सकते हैं. ऐसे में आप सबसे पहले खुद को ठंडे वातावरण में ले जाएं. बगल गर्दन और कमर जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ठंडा कपड़े या बर्फ के पैक लगाकर शरीर के तापमान को कम करें. तरल पदार्थ और ठंडा पानी पिएं. यदि आप फिर भी अच्छा महसूस नहीं करें तो जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं.
हीट स्ट्रोक से करें बचाव:
- भीषण गर्मी में खुद को हाइड्रेट रखें. ज्यादा से ज्यादा पानी पिए. अपने खान-पान में तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें.
- हल्के और सूती कपड़े पहनें, यह कपड़े पसीना सूखने में मदद करते हैं और त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं.
- अपने खाने में दही, छाछ, ककड़ी, खीरा, पुदीना, तरबूज आदि का सेवन करें. यह चीज शरीर को ठंडक प्रदान करती हैं.
- तली भुनी और मसालेदार चीजों का सेवन कम करें. धूम्रपान और शराब का सेवन न करें.
हीट वेव और लू प्रकोप से बचाव हेतु क्या न करें:
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें.
- प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें.
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें.
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें.
हीट वेव का सबसे अधिक खतरा: डॉ नीरज निश्चल ने कहा कि हिटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलायें, बीमार, मजदूर, दुर्बल, और निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होते हैं. ऐसे में लोग खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, नीबू का पानी, छांछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमाल करें.
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