गढ़वाः तीन वर्षों से बालू की किल्लत से जूझ रहे गढ़वा के लोगों के लिए राहत की खबर है. मझिआंवा प्रखंड के बकोईया गांव के पास बालू घाट का खनन विभाग ने ऑक्शन किया है. इसके साथ ही इस बालू घाट को खोल दिया गया है. अब लोगों को घर बनाने में बालू की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा. साथ ही विकास कार्यों में भी गति आएगी.
लंबे अरसे के बाद मिलेगा वैध बालू
गढ़वा जिले में लंबे अरसे के बाद बालू घाट की नीलामी होने से जहां एक ओर आम लोगों ने राहत की सांस ली है, वहीं दूसरी ओर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक की महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरा करने में अब सहूलियत होगी. वहीं नदियों से अवैध बालू उठाव में भी कमी आएगी, क्योंकि पिछले 3 वर्षों से लोगों को बालू के लिए अधिक पैसे चुकाने पड़ते थे.
ऑनलाइन भी कर सकते हैं बुकिंग
जिला खनन पदाधिकारी राजेंद्र उरांव ने कहा कि झारखंड सरकार के निर्देश पर सरकारी बालू घाट शुरू हो रहा है. इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी. गाइडलाइन के हिसाब से काम होगा. जनता को आसानी से बालू उपलब्ध कैसे हो इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग की जानकारी दी जाएगी.
डीएमओ ने दी जानकारी
डीएमओ ने बताया कि अब गढ़वा में बालू की किल्लत नहीं होगी, क्योंकि जिले के विभिन्न बालू घाटों को शुरू कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब आसानी से जनता को जेएमडीसी के द्वारा रसीद काटकर सरकारी दर पर बालू उपलब्ध कराया जाएगा.उन्होंने कहा कि बकोईया में कोयल नदी घाट से बालू उठाने के लिए कार्य संपन्न कर बालू डंपिंग करने का स्वीकृति प्रदान की गई है. जिसके तहत सरकारी मापदंड के अनुसार कोयल नदी से बालू का उठाव कर उसे डंपिंग कराया जाएगा और फिर डंपिंग बालू को नियमानुसार लोगों को सरकारी दर पर बालू उपलब्ध कराया जाएगा.
पहले बालू के लिए देनी पड़ती थी मोटी रकम
बताते चले कि बालू के अभाव में जरूरतमंद लोग औने-पौने दामों पर बालू की खरीदते थे और उपयोग में लाते थे. लेकिन अब बगैर डर-भय के सरकारी बालू घाट से बालू की खरीदारी कर बेधड़क बालू का उपयोग कर सकते हैं.
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