जयपुर. राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र 3 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. इस दौरान 10 जुलाई को भजनलाल सरकार अपना पहला पूर्ण बजट भी पेश करेगी. सदन में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस रणनीति तय करने में जुटी है. प्रदेश में बिजली-पानी की किल्लत, कानून-व्यवस्था, महिलाओं पर अपराध के साथ ही पूर्ववर्ती सरकार की समीक्षा के नाम पर उन्हें बंद करने आदि मुद्दों पर कांग्रेस भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है.
दरअसल, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में बनाए गए नए जिलों, संभागों और कॉलेजों की समीक्षा का आदेश हाल ही में भजनलाल सरकार ने दिया है. इससे पहले कांग्रेस चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को बंद करने का आरोप भाजपा सरकार पर लगातार लगा रही है. वहीं, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को भी फिर से हिंदी माध्यम स्कूलों में बदलने की सुगबुगाहट है. भाजपा नेताओं का तर्क है कि बिना प्लानिंग के महज चुनावी फायदा लेने के मकसद से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने ये फैसले लिए थे. इसलिए इनकी समीक्षा जरूरी है. जबकि कांग्रेस के नेता भाजपा सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगा रही है.
भीषण गर्मी में बिजली-पानी की किल्लत: इस बार भीषण गर्मी पड़ी और प्रदेश के कई शहरों में पारा 48 डिग्री को पार कर गया. इस बीच प्रदेश में गांवों से लेकर शहरों तक बिजली कटौती की जानकारी सामने आई. कई इलाकों में पेयजल किल्लत की भी जानकारी आई. इन मुद्दों पर भी कांग्रेस भाजपा को घेरने की प्लानिंग कर रही है. इसके अलावा प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिलाओं पर अपराध को लेकर भी कांग्रेस सदन में हमलावर होगी.
सरकार का अपना कोई विजन नहीं-जूली: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, विधानसभा सत्र में हम किसानों, युवाओं, महिलाओं और प्रदेश की आम आवाम से जुड़े मुद्दे उन मुद्दों को प्रभावी तरीके से उठाएंगे. इस सरकार की इतनी गलतियां हैं. सात महीने में सिवाय पिछली सरकार के कामों की समीक्षा के कोई नया काम सरकार ने नहीं किया है. कभी जिलों की समीक्षा कर रहे हैं. कभी कॉलेजों और स्कूल की. कभी पट्टों और नियुक्तियों की समीक्षा कर रहे हैं. आप अपना विजन नहीं बता रहे हैं. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा जैसी अहम योजना को भी सरकार बंद करने जा रही है. इन सभी मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे.