रांचीः भाजपा में शामिल होने के बाद से चंपाई सोरेन सुर्खियों में बने हुए हैं. शनिवार सुबह असम के सीएम और भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा उनके सरकारी आवास पर मिलने पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक गुफ्तगू हुई. इस मुलाकात के बाद हिमंता विस्वा सरमा ने कहा कि चंपाई दा भाजपा में शामिल हुए हैं. इसलिए आज सुबह उनको शुभकामना देने आए थे. उनके साथ नॉन पॉलिटिकल बातचीत हुई है. उन्हें कामाख्या मां के दर्शन का भी न्योता दिया है. उन्होंने अपने घर पर भी भोजन के लिए निमंत्रण दिया है. इस दौरान भाजपा नेता चंपाई सोरेन भी मौजूद रहे.
दरअसल, सीएम की कुर्सी छोड़ने के बाद से चंपाई सोरेन नाराज चल रहे थे. उन्होंने झामुमो के साथ तीन दशक से ज्यादा समय बिताया. 30 सितंबर को भाजपा ज्वाइन करने के साथ झामुमो से संबंध पर विराम लग गया. शुक्रवार को उन्होंने भाजपा के मंच से अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया. कोल्हान से बड़ी संख्या में उनके समर्थक पहुंचे थे.
आज असम के माननीय मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्वा सरमा एवं झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री अमर कुमार बाउरी मिलने आए।
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 31, 2024
उन्होंने मुझे गुवाहाटी (असम) स्थित माँ कामाख्या देवी मंदिर में दर्शन करने हेतु आमंत्रण दिया। pic.twitter.com/qsEsn6DC32
सूत्रों के मुताबिक चंपाई सोरेन को प्रदेश भाजपा में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी हो रही है. भाजपा को भरोसा है कि चंपाई सोरेन के आने से कोल्हान में पार्टी कई सीटें निकालने में सफल होगी. वहीं चंपाई सोरेन भी अब फ्रंटफूट पर आ गये हैं. उनके मुताबिक भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जिसे आदिवासियों की चिंता है. उन्होंने कांग्रेस को आदिवासी विरोधी बताया है. अब इस बात का आंकलन हो रहा है कि चंपाई सोरेन के भाजपा में जाने से झामुमो को कितना नुकसान हो सकता है.
इसे भी पढे़ं- भगवा रंग में रंगे चंपाई सोरेनः मंच से ही झामुमो और हेमंत को दी चुनौती, सीता सोरेन ने भी देवर पर साधा निशाना - Champai Soren
इसे भी पढे़ं- क्या कोल्हान में कमल खिला पाएंगे चंपाई सोरेन, पढ़िए रिपोर्ट - Champai Soren