खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर बांध के बैक वाटर इलाके में एशिया के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्लांट स्थापित करने का काम चल रहा है. मंगलवार शाम को मौसम में अचानक परिवर्तन आया. इस दौरान से तेज हवाएं चलने से इस परियोजना की लगभग 1.2 मेगावाट के सोलर पैनल को पलट कर रख दिया. इससे परियोजना को काफी नुकसान पहुंचा है.
लांचिंग से पहले असेंबल करने का काम चल रहा था
परियोजना के तहत सोलर पैनलों को लॉन्च करने से पहले टेस्टिंग व असेंबल करके रखा जाता है. कर्मचारी इस कार्य में लगे ही थे कि अचानक तेज आंधी चली. आंधी से सोलर पैनल पलट गए. बता दें कि ओंकारेश्वर डैम के बैक वाटर के इंधावड़ी क्षेत्र में एनएचडीसी एवं टाटा कंपनी द्वारा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का काम चल रहा है. ये सभी मॉड्यूल लॉन्चिंग से पहले रिजर्वायर में पार्क करके रखे गए थे. नुकसान कितना व किस हद तक हुआ, इसका अभी आकलन नहीं हो पाया है. सभी पैनल की दोबारा टेस्टिंग के बाद ही नुकसान का सही आकलन हो सकेगा.
![floating solar plant in Omkareshwar Dam damaged storm](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-04-2024/mp-kha-02-solar-palnt-omkareshwar-mp10059_09042024223742_0904f_1712682462_812.jpg)
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मरम्मत के काम में जुटा परियोजना का स्टाफ
इस घटना के बाद ऊर्जा विकास निगम के अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण किया. इसे जल्द ठीक करने में करने के लिए कर्मचारी लगे हैं. परियोजना के सोलर स्पेशलिस्ट अधिकारी गौरव बारी ने बताया "वहां पर अभी लॉन्चिंग का काम जारी है, और जो पैनल रिजर्व वायर में पानी में लॉन्च हो चुके हैं, उनमें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. इंधावड़ी में एनएचडीसी और टाटा का काम चल रहा है. अचानक से तेज हवाएं चली, जिससे वहां पार्क करके पैनल रखे हुए थे, जिन्हें असेंबल किया हुआ था और जिन्हें अंदर ले जाना था. लॉन्च करने के लिए उनमें से लगभग 1.2 मेगावाट के पैनल पलट गए हैं. इसी तरह से रिजर्वायर में रखा पैनल पलट गए है."