अशोकनगर: जिला पंचायत के मुख्य गेट पर एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया. गनीमत थी कि वहां मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने समय रहते युवक के हाथ से माचिस छीन ली. जिससे उसकी जान बच गई. बता दें कि मॉडल स्कूल के पूर्व प्राचार्य के खिलाफ की गई शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने से आहत होकर युवक ने यह कदम उठाया. हालांकि, जिला पंचायत सीईओ ने 7 दिन में जांच करवाने का आश्वासन दिया है.
युवक ने आत्महत्या का किया प्रयास
जिला पंचायत कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया, जब आरटीआई एक्टिविस्ट रंजीत शाक्य ने अपने बैग से पेट्रोल की बोतल निकालकर अपने ऊपर उड़ेल ली. इसके बाद वह माचिस से खुद को जलाने ही वाला था, कि सुरक्षा गार्ड ने उससे माचिस छीन ली और उसके ऊपर पानी डाला. युवक 3 सालों से लगातार मॉडल स्कूल के पूर्व प्राचार्य महेंद्र सिंह रघुवंशी के खिलाफ शिकायत कर रहा था, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी. इससे आहत होकर युवक ने शुक्रवार को जिला पंचायत में आत्महत्या करने का प्रयास किया.
मॉडल स्कूल के पूर्व प्राचार्य पर भ्रष्टाचार का आरोप
रंजीत शाक्य ने बताया कि "वह मॉडल स्कूल के पूर्व प्राचार्य महेंद्र सिंह रघुवंशी की शिकायत लगातार 3 साल से कलेक्टर महोदय से कर रहा है. जिस पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, बल्कि उन्हें लगातार प्रमोशन दिया जा रहा है." आरोप लगाते हुए रंजीत ने कहा कि "मॉडल स्कूल में प्राचार्य रहते उन्होंने कई तरह की भ्रष्टाचार किए हैं. जिसमें उन्होंने खरीदी के दौरान एक ही बिल को दो-दो बार दोहराया है. इसके साथ ही उन्होंने अपने वेतन से अधिक राशि का आहरण किया है. जिसकी जानकारी मेरे द्वारा आरटीआई के माध्यम से ली गई है. इन सभी आरटीआई के कागजों के माध्यम से मैंने इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर महोदय से की थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई."
जिला पंचायत सीईओ ने की युवक से चर्चा
आत्महत्या का प्रयास करने की घटना के बाद युवक को जिला पंचायत सीईओ नेहा जैन ने अपने चेंबर में बुलाया. इसके बाद उन्होंने पूरे मामले को सुनते हुए रंजीत शाक्य को 7 दिन में जांच पूरी करने का आश्वासन दिया है. जिला पंचायत सीईओ नेहा जैन और रंजीत शाक्य के बीच लगभग 20 मिनट तक बंद कमरे में चर्चा हुई.
मुझे टारगेट किया जा रहा है: शिक्षक महेंद्र रघुवंशी
शिक्षक महेंद्र सिंह रघुवंशी वर्तमान में कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य हैं. महेंद्र रघुवंशी ने ईटीवी भारत ने बात करते हुए कहा कि "मैं रंजीत शाक्य को जानता तक नहीं हूं. उनके द्वारा मेरे खिलाफ कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इसके पीछे हमारे ही विभाग के शिक्षक का हाथ है, जो लगातार मेरी शिकायत करवा रहे हैं. क्योंकि मैने उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कराई थी. इसलिए वह मुझे टारगेट करवा रहे हैं."
महेंद्र रघुवंशी ने आरोपों का किया खंडन
महेंद्र रघुवंशी ने बताया कि "मॉडल स्कूल के अध्यक्ष कलेक्टर महोदय होते हैं. इसलिए जो भी खरीदी की गई है. उसको कलेक्टर साहब की परमिशन के बाद नोटशीट के माध्यम से की गई है. किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. यदि मैंने भ्रष्टाचार किया होता, तो इतनी शिकायतों के बाद मुझ पर अभी तक कार्रवाई हो चुकी होती. रंजीत द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं." महेंद्र रघुवंशी ने बताया कि "यह आदतन आरटीआई लगाने का आदी है. आरटीआई लगाने के बाद यह लोगों से पैसों की मांग करता है. मुझसे भी इन्होंने 60 हजार रुपये की मांग की थी. जिसके तथ्य मेरे द्वारा अधिकारियों को प्रस्तुत कर दिए गए हैं."
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7 दिन में नहीं हुई सही जांच, फिर उठाऊंगा ये का कदम
आरटीआई एक्टिविस्ट रंजीत शाक्य ने चेतावनी देते हुए कहा कि "सीईओ मैडम द्वारा 7 दिन में जांच करने का आश्वासन दिया है. अगर 7 दिनों में सही जांच और कार्रवाई नहीं होती है, तो मैं फिर से आत्महत्या जैसा कदम उठाऊंगा."