अशोकनगर: अशोकनगर जिले के छीपोन में प्राचार्य पर छात्रों को पीटने के आरोप लगे हैं. आरोप है कि हाई स्कूल में नवीं, दसवीं के पांच बच्चों के साथ प्राचार्य ने सिर्फ इसलिए मारपीट कर दी, क्योंकि उन्होंने अपना 3 घंटे का पर्चा ढाई घंटे में हल कर दिये और घर जाने लगे. तभी प्राचार्य ने उन्हें बाहर से अंदर बुलाकर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए डंडे बरसाना शुरू कर दिया. जिससे बच्चों के शरीर पर गंभीर चोट के निशान बने हुए हैं.
परीक्षा का पर्चा जल्दी हल करने पर की मारपीट
दरअसल पूरा मामला छीपोन हाई स्कूल का बताया जा रहा है. जिसमें नवी एवं दसवीं कक्षा के त्रैमासिक पेपर चल रहे हैं. बुधवार को बच्चे पेपर देने के लिए स्कूल पहुंचे थे, जहां परीक्षा का समय 9 से 12 का था. जिसमें छात्रों द्वारा ढाई घंटे में ही अपना पर्चा हल कर घर जाने के लिए बाहर निकले थे, तभी रास्ते में प्राचार्य कमलाकर खंगार ने छात्रों को अंदर अपने कक्ष में बुलाया और डंडे से उनके साथ मारपीट कर दी. जिससे छात्रों के शरीर पर चोटों की गंभीर निशान आ गए.
मारपीट के बाद परिजनों ने स्कूल में हंगामा कर कराई एफआईआर
छात्रों के साथ हुई मारपीट की जानकारी जब उनके अभिभावकों को लगी, तो वे गुरुवार को सीधे स्कूल पहुंचे. जहां उन्होंने स्कूल में जमकर हंगामा किया. बाद में परिजन बच्चों को लेकर सीधे कचनार थाने पहुंचे, जहां उन्होंने पूरी बात थाना प्रभारी को बताई. जिस पर शिक्षक के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है.
कलेक्टर सहित डीईओ को व्हाट्सएप पर चोट के निशान भेजें
बच्चों के शरीर पर डंडे की चोट के निशान की फोटो खींच परिजनों ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं कलेक्टर को व्हाट्सएप कर दिए. साथ ही अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी. जिसके बाद कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने जिला शिक्षा अधिकारी नीरज शुक्ला को मौके पर पहुंचकर जांच करने के निर्देश दिए. इसके बाद डीईओ ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की तो शिक्षक ने मारपीट करने की बात कबूल कर ली.
Also Read: बैतूल थाने में पुलिस पर युवक को टॉर्चर करने का आरोप, SP ने सब इंस्पेक्टर को किया निलंबित स्कूल प्रिंसिपल पर छात्राओं और टीचर ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- अकेले में आने को कहते हैं |
मामले की जांच में जुटी पुलिस
कचनार थाना प्रभारी सत्येंद्र कुशवाहा ने बताया कि, ''छीपोंन हाई स्कूल के कुछ बच्चे शुक्रवार को थाने पहुंचे थे. जिसमें उन्होंने बताया कि उनके साथ शिक्षक ने मारपीट की है. बच्चों की संवेदनशीलता को मानते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली है. साथ ही इस मामले को पुलिस ने जांच में ले लिया है. प्राथमिक तौर पर बच्चों ने शिक्षक द्वारा उन्हें कॉपी पूरी नहीं भरने की बात से नाराज होकर मारपीट करना बताया. बाकी मामले की जांच शुरू कर दी गई है.''