जयपुर. राजस्थान में सत्ता संभालने के बाद भाजपा सरकार पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार की हर एक योजना की समीक्षा करने में जुटी है. इस बीच ये सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि अब विदेश में पढ़ने के लिए प्रतिभावान विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति संबंधि फैसले को भी सरकार पलट सकती है. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है.अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, 'कॉलेज बंद करने की सोच के बाद अब विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप रोकने का कार्य दिखाता है कि भाजपा सरकार राजस्थान को सालों पीछे ले जाना चाहती है.'
बाबा साहेब अंबेडकर की दिलाई याद: इसी पोस्ट में अशोक गहलोत ने लिखा, 'मैं बार-बार कहता हूं कि बाबा साहेब अम्बेडकर को बड़ौदा के महाराजा ने अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी पढ़ने भेजा तो उन्होंने वापस आकर संविधान निर्माता के रूप में अपनी पहचान बनाई और सामाजिक उत्थान का बहुत बड़ा प्रयास किया. अब अगर उनसे प्रेरणा लेकर विदेश में पढ़ने गए 500 विद्यार्थियों में से 5 भी आकर साइंटिस्ट, आईटी एक्सपर्ट, टेक्नोक्रेट के रूप में काम करेंगे तो वो हमारे देश के लिए कितना अच्छा ह्यूमन रिसोर्स होता.
नकारात्मक राजनीति से राजस्थान को नुकसान: अशोक गहलोत ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर इस मामले को लेकर निशाना साधा. उन्होंने अपनी इस पोस्ट में लिखा, 'मैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से कहना चाहूंगा कि आप शिक्षा एवं चिकित्सा की स्कीमों को बेहतर करने का प्रयास करें. ऐसी नकारात्मक राजनीति से राजस्थान का नुकसान होगा जो राज्य की जनता कभी माफ नहीं करेगी.'