सिरोही. अपने दो दिवसीय दौरे पर रविवार को जिले के आबूरोड पहुंचे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिल क्रिस्ट होटल में पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान गहलोत ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से चुनावी फीडबैक लिया और लोकसभा चुनाव को लेकर उन्हें जीत का मंत्र दिया. वहीं, बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए गहलोत ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि आज देश खतरनाक मोड़ पर आ पहुंचा है. ऐसे में अब हमारे ऊपर देश और संविधान बचाने की जिम्मेदारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि अब दूसरे देश भी कहने लगे हैं कि भारत का लोकतंत्र कमजोर हो रहा है.
खतरनाक मोड़ पर पहुंची देश की राजनीति : गहलोत ने कहा कि देश की राजनीति आज खतरनाक मोड़ पहुंच चुकी है. अब तो अमेरिका और जर्मनी भी कहने लगे हैं कि चुनाव से पहले दो-दो मुख्यमंत्रियों को अरेस्ट कर जेल में डाल दिया गया है. भारत दुनिया का सबसे मजबूत लोकतंत्र था, लेकिन अब वो कमजोर हो रहा है. जब इलेक्टोरल बॉन्ड लाया गया, तब भी चुनाव आयोग में एतराज जताया गया था. हमें पहले से ही घोटाले का डाउट था. साथ ही उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड सिर्फ देश का ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है. उन्होंने आगे कहा कि गलती कोई करे, लेकिन कीमत हमें चुकानी पड़ रही है.
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कन्हैया मर्डर केस पर बोले गहलोत : गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के खाते बंद कर दिए. जब दोनों ही पार्टियों के समान व्यवस्था है तो हमारे ही खाते क्यों बंद किए गए. वो चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी चुनाव न लड़े. उन्होंने कन्हैया केस का जिक्र करते हुए भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया. गहलोत ने कहा कि मृतक के परिजनों को राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से 50 लाख का मुआवजा दिया गया. हमारी पुलिस ने बेहतर काम किया, लेकिन मामला भारत सरकार के अधीन गया. अभी तक मामला लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में लोग परेशान हैं. हमारी सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया गया. प्रधानमंत्री और दूसरे नेता यहां झूठ बोलकर गए, लेकिन अब लोकसभा चुनाव सिर पर है. ऐसे में हमें उम्मीद है कि जनता उन्हें इस बार माकूल जबाब देगी. गहलोत ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले 10 सालों में न तो एक भी रोजगार मुहैया कराया और न ही नौकरी दी है. इन लोगों ने केवल भ्रमित करने का काम किया है.
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वहीं, बैठक से पहले गहलोत ब्रह्माकुमारी संस्थान गए, जहां उन्होंने संस्थान की संयुक्त प्रशासिका मुन्नी दीदी से मुलाकात की और संस्थान की गतिविधियों के बारे में जाना. इस दौरान मौके पर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा, प्रदेश महासचिव हरीश चौधरी, निम्बाराम गरासिया सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. इसके अलावा उन्होंने रेवदर में कार्यकर्ता सम्मेलन को भी संबोधित किया.