हमीरपुर: विधानसभा क्षेत्र हमीरपुर से भाजपा की टिकट मिलने पर निवर्तमान विधायक आशीष शर्मा ने भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति, केंद्रीय शीर्ष नेतृत्व एवं प्रदेश शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया है. आशीष शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने जो विश्वास उनके ऊपर जताया है वह उसे पर पूरी तरह खरे उतरेंगे और कड़ी मेहनत और निष्ठा से हमीरपुर विधानसभा की सीट भाजपा की झोली में डालेंगे.
आशीष शर्मा ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के आशीर्वाद से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे और भाजपा की जीत का परचम लहराएगी. उन्होंने कहा कि हमीरपुर की जनता भलीभांति जानती है कि हमेशा उनके साथ खड़ा रहा हूं. कोरोना काल से लेकर वर्तमान समय तक हमेशा अपने क्षेत्र की जनता के सुख दुख में शामिल हुआ हूं. हमेशा अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता को अपना परिवार माना है और जनता के हितों के लिए ही अब यह लड़ाई लड़ रहे हैं.
सरकार के नुमांइदे रच रहे षड्यंत्र
आशीष शर्मा ने कहा कि जनता को बरगलाने के लिए सरकार के नुमाइंदे कई झूठ और षड्यंत्र रच रहे हैं, लेकिन जनता सब जानती है कि किसका चरित्र कैसा है और हमीरपुर की जनता पर उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता झूठ और फरेब में आने वाली नहीं है. उन्होंने समस्त कार्यकताओं और समर्थकों का भी उनका समर्थन आभार व्यक्त किया है और सभी से चुनावों के लिए डट जाने की अपील की है.
राज्यसभा चुनाव के बाद दिया इस्तीफा
बता दें कि हमीरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. हमीरपुर विधानसभा सीट से 2022 में विधायक चुने आशीष शर्मा ने राज्यसभा चुनाव के बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा स्वीकार होने के बाद अब हमीरपुर विधानसभा सीट पर उप चुनाव होंगे.
कांग्रेस को दिया था समर्थन
वहीं, बीजेपी ने तीनों विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. हमीरपुर से आशीष शर्मा, नालागढ़ से केएल ठाकुर और देहरा से होशियार सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. गुरुवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में यह तीनों निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते थे. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर इन्होंने भी अपना समर्थन कांग्रेस को दिया था. 27 फरवरी को इन निर्दलीय विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट डाला था, जबकि 22 मार्च को तीनों निर्दलीय विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे.